उन्होंने कहा कि जल को संरक्षित करने के लिए अपनी मिट्टी अपना जल नवाचार के तहत बोरी बंधान कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। नवाचार के तहत बोरी बंधान के माध्यम से जल को संरक्षित करनें का प्रयास किया जा रहा है। यह अभियान निरंतर 30 जून तक संचालित रहेगा। अपनी मिट्टी अपनी जल नवाचार में ग्रामीण जनों का भी भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। ग्रामीण जन जल को संरक्षित करने की दिशा में स्वमेव आगे आकर श्रमदान के कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला समन्वयक जन अभियान परिषद रविन्द्र शुक्ला ने कहा कि प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप जल गंगा संवर्धन अभियान के साथ साथ अपनी मिट्टी अपना जल नवाचार आयोजित किया जा रहा है। बोरी बंधान होने पर यह पानी पशु पक्षियों सहित ग्रामीण जनों के काम आएगा। सभी ग्रामीण जन जल के महत्व को समझें और अपने स्तर पर भी ग्राम में स्थित नदी, तालाबो, कुओं, बावडिय़ों के आस पास श्रमदान करके जल के स्तर को बढ़ाने में अपनी महती भूमिका अदा करें। इस अवसर पर डोडका नदी में 230 बोरियों का बोरी बंधान किया गया। बोरी बंधान कार्यक्रम में उत्सव ग्रामीण विकास सेवा संस्थान रकशा के प्रतिनिधि मनोज कुमार कुशवाहा, ज्ञानेश्वरी कुशवाहा, जन अभियान परिषद के विकास खण्ड समन्वयक महेन्द्र सिंह तराम, जनपद पंचायत मानपुर के सीईओ राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी, सीएमसीएलडीपी में अध्यनरत छात्र-छात्राएं परामर्शदाता रवि सिंह, ठाकुर राम साहू, कल्याण, सरपंच गेंदा बैगा, सचिव राजेश कुमार पांडेय और ग्रामीण जनों की सहभागिता रही।