प्रदर्शन में दिखी एकजुटता
गुरुवार को सुबह से ही नगर के अधिकांश व्यापारिक एकजुट होकर अपने प्रतिष्ठान को बंद रखा। प्रमुख बाजार पूरी तरह ठप रहा जिससे आम लोगों को जरूरी वस्तुएं खरीदने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। व्यापारी संगठन ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर आगामी दिनों में उग्र आंदोलन की ओर संकेत दिए हैं।
जनप्रतिनिधि कर रहे अनदेखी
इस संबंध में देखा जाए तो क्षेत्रीय विधायक का आना जाना हमेशा क्षेत्र में होता है लेकिन न तो जनमानस की समस्या उन्हें दिखाई देती है और न ही व्यापारियों की जिससे जनमानस में अच्छी खासी नाराजगी देखने में मिली। व्यापारियों का अगर विधायक इस समस्या को लेकर ध्यान दें तो इसका समाधान हो सकता है।
गड्ढों के कारण हो रही दुर्घटनाएं
व्यापारियों का कहना है कि एनएच 43 पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं जो रोजाना हादसों का कारण बनते हैं। बारिश के दौरान हालात और बिगड़ जाते हैं। सडक़ से गुजरने वाले स्कूली बच्चों, आम राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानी होती है। कई बार दोपहिया वाहन चालक चोटिल भी हो चुके हैं लेकिन प्रशासन आंख मूंदे बैठा है जबकि आए दिन कहीं न कहीं गंभीर दुर्घटनाएं होती ही रहती हैं।
ज्ञापन के बाद भी नहीं चेता प्रशासन
नगर के व्यापारी संघ ने बीते दिनों प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर उत्कृष्ट विद्यालय से लेकर जैन पेट्रोल पंप तक एनएच 43 के डामरीकरण और मरम्मत की मांग की थी। साथ ही 21 अप्रैल तक का अल्टीमेटम दिया गया था लेकिन समय सीमा बीतने के बाद भी शासन-प्रशासन ने इस और ना तो कोई ध्यान दिया और ना ही कोई प्रयास किए। इसी बात से नाराज होकर व्यापारियों ने बाजार बंद का आव्हान किया।