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प्यार में धोखा बर्दाश्त नहीं कर पाया क्लर्क, 18 पेज के सुसाइड नोट में लिखा सब कुछ…

mp news: रायसेन की युवती से चल रहा था प्रेम प्रसंग, 18 पेज के सुसाइड नोट में गर्लफ्रेंड पर खर्च के किए पैसों के बिल और उसे दिए पैसों की पेमेंट स्लिप की भी फोटोकॉपी अटैच की..।

विदिशाJul 11, 2025 / 09:19 pm

Shailendra Sharma

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दीपक ठकोरिया की जीवित अवस्था की तस्वीर। (फोटो सोर्स- पत्रिका)

mp news: मध्यप्रदेश के विदिशा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना शाखा में क्लर्क के पद पर पदस्थ भोपाल निवासी 35 साल के दीपक कुमार ठकोरिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कॉलेज की 14 नंबर बिल्डिंग के 109 नंबर कमरे में दीपक का शव फांदी के फंदे पर लटका मिला। पुलिस ने कमरे से ही 18 पेज का सुसाइड नोट भी बरामद किया हैं। जिसमें मृतक ने सुसाइड के लिए अपनी प्रेमिका को जिम्मेदार ठहराया है। परिजनों के अनुसार प्यार में धोखा मिलने पर दीपक ने आत्महत्या की है।

सुसाइड नोट के साथ बिल और पेमेंट स्लिप भी अटैच

पुलिस को दीपक के कमरे से एक 18 पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है उसने प्रेमिका को जन्मदिन पर सोने की चेन गिफ्ट की थी। दो बार कान की बालियां भी खरीदकर दीं। कई बार उसके बैंक खाते में रुपए भेजे। गर्मी में प्रेमिका ने ठंडा पानी पीने के लिए फ्रिज मांगा तो उसने विदिशा से फ्रिज खरीदकर उसके घर भेजा। प्रेमिका की डिमांड पर भोपाल, उज्जैन व प्रयागराज सहित कई शहरों में घुमाने भी ले गया। दीपक के सुसाइड नोट के साथ इन सभी का बिल व पेमेंट की स्क्रीन शॉट की फोटो कॉपी सहित अन्य पेपर भी अटैच हैं। बताया गया है कि दीपक की प्रेमिका रायसेन जिले की रहने वाली है।

स्टाफ में भी दिए उधार रुपए

सुसाइड नोट के आधार पर बताया गया कि दीपक ने स्टाफ के भी कई लोगों को उधार रुपए दिए है। जो बार-बार मांगने के बाद वापस नहीं लौटा रहे है। उसने दो कर्मचारियों को 2 लाख 40 हजार व 2 लाख 14 हजार, स्टाफ के तीन लोगों को 70-70 हजार और दो लोगों को 50-50 हजार रुपए दिए हैं। इसके अलावा उधार के कई अन्य विवरण भी सुसाइड नोट में शामिल हैं। सभी से उधार की रकम लेकर छोटी बहन रजनी को दिए जाने की बात कही गई है।

दीपक को मिली थी अनुकंपा नियुक्ति

दीपक को पिता की मृत्यु के बाद 2017 में अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। एक वर्ष वह भोपाल में पदस्थ रहा। इसके बाद 2018 में उसका मेडिकल कॉलेज विदिशा में स्थानांतरण हो गया। जब से वह मेडिकल कॉलेज के आवास में अकेले रहकर नौकरी कर रहा था। उसकी तीन बहनें है और सभी की शादी हो गई है। अब इकलौते बेटे की मृत्यु के बाद घर में सिर्फ अकेली मां बची है। घर का इकलौता चिराग दीपक की मौत के साथ बुझ गया।

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