बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन (Balochistan human rights abuse)
पाकिस्तानी सेना की ओर से बलूचिस्तान में महिलाओं और बच्चों का अपहरण किया जा रहा है, जिससे स्थानीय समुदायों में भय और असुरक्षा का माहौल है। पाकिस्तानी सुरक्षा बल बलूच नागरिकों की अन्यायपूर्ण हत्या कर रहा है ।पाकिस्तानी सेना ने बलूचिस्तान में 76 स्कूलों पर कब्जा कर उन्हें सैन्य चौकियों में बदल दिया है, जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। मानवाधिकार उल्लंघन: ताजा आंकड़े
कुल आंकड़े (2011 से 2025 तक)
- जबरन गायब : अब तक लगभग 2,752 बलूच नागरिक जबरन गायब हुए हैं। (The Sunday Guardian Live)
- हत्याएँ: हजारों बलूच नागरिकों की हत्याएँ हुई हैं, जिनमें से कई अतिरिक्त न्यायिक हत्याएँ हैं।
मानवाधिकार उल्लंघनों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया (UN on Balochistan)
संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवाधिकार संगठनों ने बलूचिस्तान में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों पर चिंता व्यक्त की है और पाकिस्तान से इन अत्याचारों को रोकने की अपील की है। यह स्थिति न केवल बलूचिस्तान के निवासियों , बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चिंता का विषय है। बलूचियों की अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपेक्षा है कि वह पाकिस्तान पर दबाव बनाए, ताकि बलूचिस्तान में हो रहे अत्याचारों को रोका जा सके और स्थानीय लोगों को न्याय मिल सके।
एक्सक्लूसिव इनपुट क्रेडिट: Baloch Human Rights Council, UN OHCHR Geneva रिपोर्ट 2024, और The Citizen Tanzania से प्राप्त विशेष आंकड़े व विवरण।
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