51,495 से ज्यादा फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं
उल्लेखनीय है कि ग़ाज़ा पर इज़राइल के हमले शुरू होने के बाद से 51,495 से ज्यादा फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 117,524 लोग घायल हुए हैं। ग़ाज़ा सरकार के मुताबिक मृतकों की संख्या 61,700 के पार हो सकती है, क्योंकि कई लोग मलबे में दबे हुए हैं। हमास के 7 अक्टूबर 2023 को किए गए हमले के दौरान इज़राइल में भी 1,139 लोग मारे गए और 200 से ज्यादा लोग बंधक बन गए थे।
इज़राइली सैनिक और पुलिस अधिकारी की हत्या
इज़राइल की सेना और पुलिस ने बताया कि ग़ाज़ा में चल रही लड़ाई में एक इज़राइली सैनिक और एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई। सैनिक की मौत उत्तरी ग़ाज़ा में हुई, और पुलिस अधिकारी की मौत ग़ाज़ा शहर के शुजाय्या इलाके में हुई।
हमास प्रतिनिधि क़ाहिरा से लौटा
हमास के प्रतिनिधिमंडल ने क़ाहिरा से लौट कर युद्ध विराम, क़ैदियों की अदला-बदली और ग़ाज़ा में सहायता के लिए समझौते करने का प्रस्ताव रखा है। बैठक में ग़ाज़ा की मानवीय स्थिति पर भी चर्चा की गई, क्योंकि नाकेबंदी के कारण ग़ाज़ा में चिकित्सा और अन्य सहायता लेना रुक गया है।
अस्पतालों में जलने के मरीज़ों की संख्या बढ़ी
ग़ाज़ा में जले हुए मरीज़ों खासकर बच्चों की संख्या में वृद्धि हो रही है। “डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स” (एमएसएफ) के अनुसार, बुनियादी चिकित्सा आपूर्ति की कमी और नाकेबंदी के कारण कई मरीजों को असहनीय दर्द झेलना पड़ रहा है।
इज़राइली सेना में जनशक्ति की कमी
इज़राइल के पूर्व प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि इज़राइली सेना को पिछले डेढ़ साल में कई सीमाओं पर लड़ाई के दौरान अपने सैनिकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि वह यहूदी इज़राइली सैनिकों की भर्ती में रुकावटें हटाए, ताकि सेना की ताकत बढ़ाई जा सके।