लोगों की आपबीती : जल्द से जल्द घर जाना चाहते थे
अटारी के पाकिज़ा चौकी से लौट रहे कई दिहाड़ी मजदूर व छात्र डर के माहौल में अपने गृह नगर कराची, लाहौर या पेशावर की बसों में सवार हुए। यात्रियों ने बताया कि भारत में वेतन न मिलने व पारिवारिक दबाव के कारण जल्द से जल्द घर जाना चाहते थे।
छोटे हथियारों से गोलीबारी का प्रभावी ढंग से जवाब
पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने 26-27 अप्रेल की रात को तुतमारी गली और रामपुर सेक्टर के विपरीत इलाकों में नियंत्रण रेखा के पार बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी। सेना के सूत्रों ने कहा, “हमारे अपने सैनिकों ने उचित छोटे हथियारों से गोलीबारी का प्रभावी ढंग से जवाब दिया है।” उधर अनंतनाग में 175 संदिग्ध आतंककारियों को हिरासत में लिया गया है।
आतंकवादी समर्थकों के 100 से ज़्यादा घरों की तलाशी
पहलगाम में हुए आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में शनिवार को कश्मीर में कथित सक्रिय आतंकवादियों के कम से कम छह और घरों को नियंत्रित विस्फोटों के ज़रिए मलबे में बदल दिया गया, जबकि कथित आतंकवादी समर्थकों के 100 से ज़्यादा घरों की तलाशी ली गई और सैकड़ों स्थानीय लोगों को हिरासत में लिया गया। उधर पहलगाम हमले के बाद भारत–पाकिस्तान के कूटनीतिक तनाव के बीच स्थानीय कमांडर वार्ता व अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग तेज हो गई है।
पहलगाम मामले पर भारत का रुख और प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय ने कहा कि आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और संपर्क स्थगित रहने के बावजूद दोनों देशों के सुरक्षा सहयोग को जारी रखा जाएगा। संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी,बातचीत शुरू करने का आग्रह
UN प्रवक्ता ने दोनों सिरों से संयम दिखाने व तत्काल बातचीत शुरू करने का आग्रह किया है, ताकि मानवीय स्थितियाँ और गंभीर न हों।
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