वैश्विक मंकीपॉक्स संक्रमण: लक्षण, उपचार और महामारी की स्थिति
मंकीपॉक्स करीबी संपर्क से फैलता है और फ्लू जैसे लक्षण और शरीर पर पस भरे घाव उत्पन्न करता है। यह आमतौर पर हल्का होता है, लेकिन दुर्लभ मामलों में यह घातक हो सकता है। विश्व स्वाथ्य संगठन ने पिछले अगस्त में मंकीपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। यह घोषणा पिछले दो वर्षों में दूसरी बार की गई थी, क्योंकि डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) में एक प्रकोप फैलने के बाद यह वायरस आसपास के देशों में फैल गया था। DRC में प्रकोप की शुरुआत एक स्थानीय स्ट्रेन से हुई, जिसे क्लेड I कहा जाता है, लेकिन क्लेड Ib संस्करण अधिक आसानी से आम संपर्क, खासकर यौन संपर्क, से फैलता है।अधिकारियों को आपातकालीन उपाय करने का अधिकार मिलेगा
यह संस्करण DRC से आसपास के देशों, जैसे बुरुंडी, केन्या, रवांडा और उगांडा में फैल चुका है, जिसके कारण WHO ने आपातकाल घोषित किया था। चीन ने पिछले अगस्त में कहा था कि वह देश में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों और सामान की निगरानी करेगा ताकि मंकीपॉक्स का प्रसार रोका जा सके। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि मंकीपॉक्स को एक श्रेणी B संक्रामक रोग के रूप में प्रबंधित किया जाएगा, जिससे अधिकारियों को आपातकालीन उपाय करने का अधिकार मिलेगा, मसलन सार्वजनिक समागमों पर प्रतिबंध लगाना, काम और स्कूलों को निलंबित करना, और महामारी के दौरान क्षेत्रों को सील करना।आखिर क्या है मंकी पॉक्स
मंकीपॉक्स एक दुर्लभ वायरस से होने वाली बीमारी है, जो इंसानों में बुखार, त्वचा पर चकत्ते (रैश) और पुस भरे फफोले उत्पन्न करता है। यह वायरस मंकीपॉक्स वायरस के समूह से संबंधित है, जो पॉक्सविरिडे परिवार के अंतर्गत आता है। मंकीपॉक्स का नाम इसलिये पड़ा, क्योंकि इसका पहला मामला 1958 में मंकी (बंदर) में पाया गया था, हालांकि यह जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारी है और यह कई जानवरों में पाया जाता है।मंकीपॉक्स रोग के लक्षण
मंकीपॉक्स के लक्षण आम तौर पर 7 से 14 दिन बाद दिखाई देते हैं। इसके लक्षण कई हो सकते हैं: बुखार – आमतौर पर अचानक बुखार शुरू होता है।सिर दर्द – हल्का या तेज सिर दर्द हो सकता है।
मांसपेशियों में दर्द – शरीर में दर्द, खासकर मांसपेशियों में।
थकान और कमजोरी – अत्यधिक थकावट और कमजोरी महसूस हो सकती है।
त्वचा पर रैश (चकत्ते)
सबसे विशिष्ट लक्षण, जो आमतौर पर चेहरे से शुरू होते हैं और फिर शरीर के अन्य हिस्सों में फैलते हैं। ये चकत्ते छोटे होते हैं और बाद में फफोले (पुस-भरे) बन जाते हैं।मंकीपॉक्स रोग कैसे फैलता है?
मंकीपॉक्स मुख्य रूप से क्लोज कॉन्टैक्ट (करीबी संपर्क) से फैलता है। यह संक्रमण निम्नलिखित तरीकों से फैल सकता है:प्राकृतिक जानवरों से संपर्क
जैसे कि बंदर, गिलहरी, या अन्य जंगली जानवरों से संक्रमित होने पर।इंसान से इंसान में – संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संपर्क, जैसे कि हाथ मिलाना, चुंबन, या यौन संपर्क।
संक्रमित वस्तुओं से फैल सकता है
एयरबोर्न फैलाव (कभी-कभी) – वायरस हवा के जरिए भी फैल सकता है, हालांकि यह ज्यादा सामान्य नहीं है।
मंकीपॉक्स रोग का इलाज
मंकीपॉक्स का कोई विशेष इलाज नहीं है, लेकिन अधिकतर मामलों में यह स्व-सीमित बीमारी होती है, जिसका मतलब है कि मरीज समय के साथ ठीक हो जाता है। हालांकि, गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती होने और विशेष देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। इलाज में कई तथ्य शामिल हो सकते हैं:एंटीवायरल दवाएं – कुछ एंटीवायरल दवाएं, जैसे कि Tecovirimat (TPOXX), जो विशेष रूप से पॉक्सविरस के लिए डिज़ाइन की गई हैं, गंभीर मामलों में दी जा सकती हैं।
मंकीपॉक्स टीकाकरण
मंकीपॉक्स के खिलाफ चSmallpox (चेचक) के टीके से कुछ हद तक सुरक्षा मिल सकती है। हालांकि, यह विशेष रूप से जोखिम में पड़े व्यक्तियों को ही दिया जाता है।मंकीपॉक्स से बचाव
सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाए रखना – संक्रमित व्यक्तियों से दूर रहना चाहिए, खासकर जब वे लक्षणों का अनुभव कर रहे हों।स्वच्छता बनाए रखना
हाथों को साबुन और पानी से अच्छे से धोना, या अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करना।
संक्रमित वस्तुओं से बचाव – संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तुओं से दूर रहना।
टीकाकरण – जोखिम में पड़े व्यक्तियों को मंकीपॉक्स के खिलाफ टीका लगवाने की सलाह दी जा सकती है।