वैश्विक नई जमीन तैयार की है
उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर साहित्य, कला और संस्कृति के लिए समर्पित ‘विश्व रंग’ महोत्सव ने अपने छह संस्करणों में हिन्दी, भारतीय भाषाओं और स्थानीय बोलियों के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में वैश्विक नई जमीन तैयार की है। इस अवसर पर चौबे ने कहा कि इस वर्ष ‘विश्व रंग अंतरराष्ट्रीय हिन्दी ओलम्पियाड–2025′ का ’14 सितंबर 2025 (हिंदी दिवस) से 30 सितंबर 2025’ तक भारत सहित ‘विश्व रंग’ से जुड़े 50 से अधिक देशों में आयोजित किया जाएगा। *यह ओलम्पियाड हिन्दी भाषा के साथ–साथ देवनागरी लिपि को समर्पित होगा।
देश–विदेश से प्राप्त सुझाव प्रस्तुत किए
इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बैठक के प्रारंभ में प्रोफेसर अमिताभ सक्सेना ने विश्व रंग अंतरराष्ट्रीय हिन्दी ओलम्पियाड–2025 की विस्तृत कार्ययोजना पर प्रस्तुतीकरण दिया। डॉ. अदीति चतुर्वेदी वत्स, प्रति कुलाधिपति, आर.ए.टी.यू. ने आईसेक्ट समूह के सभी छह विश्वविद्यालयों में हिन्दी ओलम्पियाड के आयोजन पर अपनी बात रखी। डॉ. जवाहर कर्नावट, निदेशक, टैगोर अंतरराष्ट्रीय हिंदी केन्द्र ने हिंदी ओलम्पियाड के आयोजन के लिए देश–विदेश से प्राप्त सुझाव प्रस्तुत किए। इन देशों के ये प्रतिनिधि शरीक हुए
नीदरैंलड्स से प्रख्यात
प्रवासी भारतीय साहित्यकार रामा तक्षक ( Rama Takshak )ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय दो दिवसीय बैठक अमेरिका, नीदरलैंड्स, नाटिंघम (यू.के), म्यान्मार, थाईलैंड, आयरलैंड, बुल्गारिया, बर्मिंघम (यू.के.), सिंगापुर, उजबेकिस्तान, यूक्रेन, रूस और श्रीलंका सहित भारत के कई राज्यों के प्रतिनिधियों ने रचनात्मक भागीदारी निभाई। बैठक में अनूप भार्गव (अमेरिका), डॉ. रामा तक्षक (नीदरलैंड्स), जय वर्मा (नाटिंघम, यू.के.),चिंतामणि वर्मा (म्यांमार), शिखा रस्तोगी (थाईलैण्ड), अभिषेक त्रिपाठी (आयरलैंड), डॉ. मौना कौशिक (बुल्गारिया) ने बैठक में विचार व्यक्त किए। बैठक में डॉ. संध्या सिंह (सिंगापुर), डॉ. उल्फत (उज्बेकिस्तान), डॉ. यूरी बोत्वींकिन (यूक्रेन), डॉ प्रगति टिपणिस (रूस) व सुश्री अतिला कोतलावल (श्रीलंका) ने वर्चुअल प्लेटफार्म से भागीदारी निभाई।
ओलम्पियाड–2025 की वृहद रूपरेखा पर विचार
उन्होंने बताया कि बैठक में डॉ. नूतन पाण्डेय, केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय (दिल्ली), धनजी प्रसाद, केन्द्रीय हिंदी संस्थान, (आगरा–दिल्ली) डॉ. कुमुद शर्मा, उपाध्यक्ष, साहित्यिक अकादमी व प्रोफेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय (दिल्ली), डॉ. करुणा शंकर उपाध्याय,वरिष्ठ प्रोफेसर व अध्यक्ष, हिन्दी विभाग, मुंबई विश्वविद्यालय (मुंबई, महाराष्ट्र), अनिल शर्मा जोशी, अध्यक्ष, वैश्विक हिन्दी परिवार, (दिल्ली), प्रो. जितेन्द्र श्रीवास्तव, निदेशक, अंतरराष्ट्रीय प्रभाग, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू, दिल्ली), प्रो.नवीनचंद्र लोहनी, वरिष्ठ आचार्य, अध्यक्ष हिंदी व आधुनिक भारतीय भाषा विभाग,चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ (उत्तर प्रदेश), डॉ. सोमा बंधोपाध्याय कुलपति, वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग, एजुकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन, कोलकाता (पश्चिम बंगाल), डॉ. एस.ए. मंजूनाथ (मंगलौर, कर्नाटक), अनुपमा तिवारी (बैंगलोर, कर्नाटक) रामगोपाल सिंह, (अहमदाबाद, गुजरात), प्रो. सुशीलकुमार शर्मा (मिजोरम), राकेश कुमार मिश्र, महात्मा गांधी राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, (वर्धा) ने भारत के विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों के रूप में रचनात्मक भागीदारी निभाते हुए विश्व रंग अंतरराष्ट्रीय हिन्दी ओलम्पियाड–2025 की वृहद रूपरेखा पर विचार व्यक्त किए।
इन्होंने भागीदारी निभाई
इस अवसर पर वरिष्ठ कथाकार मुकेश वर्मा, डॉ. पुष्पा असिवाल, निदेशक–संयोजक, एस.जी.एस.यू., डॉ. संगीता जौहरी, कुलसचिव, आर.एन.टी.यू., डॉ. पद्मेश चतुर्वेदी, ओ.ए.डी., चेयरमैन, कुणाल सिंह, समन्वयक, बहुभाषा अनुवाद केन्द्र, डॉ. गायत्री राजपूत, डॉ. अरुण पाण्डेय, सुश्री ज्योति रघुवंशी, राष्ट्रीय संयोजक, वनमाली सृजन पीठ व प्रशांत सोनी ने भागीदारी निभाई। टैगोर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के ‘मुक्त धारा’ परिसर में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। वरिष्ठ संगीतकार संतोष कौशिक व नाट्य विद्यालय के निदेशक मनोज नायर के संयोजन में नाट्य विद्यालय के विद्यार्थियों ने नाट्य संगीत, कविताओं, ब्रज और मैनपुरी की रंगारंग होरियों की संगीतबद्ध प्रस्तुति से सभी का मनमोह लिया। अंतरराष्ट्रीय बैठक का संयोजन टैगोर अंतरराष्ट्रीय हिंदी केंद्र के निदेशक डॉ. जवाहर कर्नावट व विश्व रंग सचिवालय के सचिव संजयसिंह राठौड़ ने किया।