शनि अमावस्या पर बना पिसाच योग, कर्ज और साढ़ेसाती से परेशान हैं तो आजमाएं शनि अमावस्या उपाय, भूलकर भी न करें ये गलती
Sadesati Upay Amavasya 2025: शनि अमावस्या शनि देव की पूजा का विशेष दिन है, इस दिन शनि अमावस्या उपाय से कर्ज की समस्या हो, ढैया, साढ़ेसाती सभी में राहत मिलती है। लेकिन इस समय भूलकर भी ये गलती नहीं करनी चाहिए। आइये जानते हैं शनि अमावस्या उपाय क्या है और शनि अमावस्या पर कौन सी गलती नहीं करनी चाहिए (Shani Remedies)
Sadesati Upay Amavasya 2025 Mantra If troubled by debt and Sadesati try Shani remedies: शनि अमावस्या पर साढ़ेसाती के उपाय
Shani Remedies: वाराणसी के पुरोहित पं. शिवम तिवारी के अनुसार शनि कर्मफल दाता हैं और लोगों को कर्मों के अनुसार फल देते हैं। शनि अमावस्या 2025 शनि देव की पूजा का विशेष अवसर है। मान्यता है कि इस दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना से सूर्य पुत्र भक्तों के जीवन की कठिनाइयां कम करते हैं। मान्यता है कि शनि अमावस्या पर किए गए दान-पुण्य, पूजा-पाठ और उपायों से शनि दोष, साढ़ेसाती, ढैय्या और पितृ दोष के नकारात्मक प्रभावों में कमी आती है। इससे भक्त के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
पं. शिवम के अनुसार इस दिन शनि पूजा दान पुण्य से पितृ दोष, कर्ज और कालसर्प दोष से भी मुक्ति मिलती है। न्यायिक मामलों में सफलता मिलने की संभावना बढ़ती है और व्यापार, करियर और धन से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं। आइये जानते हैं शनि अमावस्या उपाय और शनि अमावस्या शुभ संयोग …
शनि अमावस्या संयोग
29 मार्च 2025 को शनि देव 30 वर्षों के बाद मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस समय मीन राशि में पहले से ही राहु, सूर्य, बुध और शुक्र मौजूद हैं। शनि के मीन राशि में प्रवेश के बाद से पंचग्रही योग का निर्माण होगा, जो सभी राशियों के लोगों के लिए लाभकारी रहेगा। इसके अलावा शनि और राहु की युति पिसाच योग बनाएगा और सूर्य राहु की युति ग्रहण योग बनाएगा। आइये जानते हैं शनि अमावस्या के उपाय
शनि अमावस्या के उपाय
चैत्र अमावस्या पर अन्य अमावस्या की तरह पितरों की शांति के लिए व्रत और तर्पण का विधान है। मान्यता है कि पितरों के मोक्ष के लिए अमावस्या का व्रत करना चाहिए। इस व्रत को करने से न सिर्फ पितरों को मोक्ष के साथ व्रतधारी को अमोघ पुण्य फल मिलता है। आइये जानते हैं शनि अमावस्या के उपाय और मंत्र
1.इस दिन नदी, जलाशय या कुंड आदि में स्नान करें और सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद पितरों का तर्पण करें।
2. पितरों की आत्मा की शांति के लिए उपवास करें और गरीबों को दान दक्षिणा दें। 3. यथाशक्ति अन्न, गौ, स्वर्ण और वस्त्र दान करें। 4. अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक और शनि देव को नीले पुष्प, काले तिल और सरसों का तेल चढ़ाना चाहिए।
5. ॐ शं शनैश्चराय नमः और ॐ नमः शिवाय या ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् मंत्र से साधना करें। मान्यता है कि इससे शनि देव की कृपा मिलेगी और जीवन की बाधा दूर होगी।
पिसाच योग के उपाय
1.काले तिल, काली उड़द, जौ, नारियल, लोहा, तेल, काला वस्त्र, जूता, छाता दान दें। 2. आटा, दाल, चावल, नमक, घी और गुड़ को एक थाली में रखकर मंदिर में शनि अमावस्या पर दान दें।
3. किसी अंधे, वृद्ध, सफाईकर्मी, मोची, लुहार, विधवा, भिखारी और मजदूर को भरपेट भोजन कराएं। 4. शनि मंदिर में छाया दान करें यानी एक कटोरी में तेल लेकर उसमें चेहरा देखें और कटोरी सहित उसे मंदिर में रख दें।
5. भैंस, गाय, पक्षी और कुत्तों को प्रतिदिन रोटी खिलाएं और रोज 5 बार हनुमान चालीसा पढ़ें। इसके साथ मंगलवार को हनुमानजी को चमेली का तेल चढ़ाएं। 6. गुरुवार को शिवलिंग पर जल अर्पित करें, रुद्राभिषेक कराएं और कन्या भोज कराएं।
शनि अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये गलती
1.शनि अमावस्या को मांसाहार और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। 2. शनि अमावस्या पर क्रोध, अहंकार से दूर रहें और झूठ बोलने से बचें।
3. जरूरतमंद लोगों की सहायता करें और दान-पुण्य करें। 4. किसी को भी अपशब्द न कहें और गरीबों को भोजन कराएं।