जून में जिले में 7 हजार ने छोड़ा
खाद्य सुरक्षा योजना के गिव अप अभियान में जून में तेजी देखने को मिली है। अजमेर जिले में जून माह में 7 हजार 06 लोगों ने राशन का गेहूं छोड़ दिया। सबसे ज्यादा पीसांगन में 1057, किशनगढ़ में 906, रूपनगढ़ में 860 व नसीराबाद में 809 लोगों ने राशन का गेहूं छोड़ने का निर्णय किया। अजमेर शहर के 80 वार्ड में 503 ने व सबसे कम अजमेर ग्रामीण में 136 ने गिव अप अभियान में आवेदन किया।
31 अगस्त तक बढ़ाई अवधि
गिव अप अभियान की वैधता अवधि को रसद विभाग ने 31 अगस्त तक बढ़ा दिया है। खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित अपात्र लाभार्थियों को एक जुलाई को नोटिस जारी किए गए। प्रदेश में एक नवम्बर 2024 से प्रारम्भ गिव अप अभियान में अब तक 22 लाख 31 हजार 899 व्यक्तियों ने स्वेच्छा से खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ छोड़ा है। खाद्य विभाग जल्द परिवहन विभाग से चौपहिया वाहन स्वामी का डाटा संकलित कर खाद्य सुरक्षा में चयनित अपात्र को भी नोटिस देगा। वहीं नोटिस कार्रवाई के बाद वसूली की जाएगी।
यह चार प्रमुख कारण-
-परिवार में कोई भी सदस्य यदि आयकरदाता है। -परिवार में सदस्य सरकारी या निजी क्षेत्र में नौकरी -परिवार की सकल वार्षिक आय एक लाख से अधिक है -व्यवसायिक वाहन के अलावा चौपहिया वाहन की मौजूदगी
कहां कितने लोगों ने किया गिवअप
उपखण्ड——————–गिवअप युनिट अजमेर शहर व ग्रामीण——-19395 पुष्कर———————-2832 सावर———————–2297 नसीराबाद——————-6146 किशनगढ़——————-8903 भिनाय———————-4739 रूपनगढ़——————–6509 अरांई———————-3436 पीसांगन——————-5477 केकड़ी———————4249 सावर———————-4064 कुल———————–68050
इनका कहना है…
गिव अप अभियान की लगातार मॉनेटरिंग की जा रही है। अभियान में खासतौर पर चौपहिया वाहन धारक व आयकरदाता खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ छोड़ रहे हैं। जून माह में जिले में 7 हजार से ज्यादा लोगों ने राशन छोड़ा है। नीरज जैन, जिला रसद अधिकारी द्वितीय