उन्होंने बताया कि करेले की खेती की लागत प्रति एकड़ 80 हजार से एक लाख तक फसल चक्र में आ जाता है। उन्होंने करेले की खेती से 2 से सवा 2 लाख तक आमदनी होने की जानकारी दी। कृषक ने बताया कि
टमाटर एवं करेले की फसल में स्टीकी ट्रेप एवं फेरोमोन ट्रेप का उपयोग किया जाता है, जिससे कीटों का प्रबंधन होता है और फसल उत्पादन में लागत भी कम आती है। इस दौरान सहायक संचालक उद्यानिकी कंवर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
आमदनी और बिक्री की जानकारी ली उन्होंने कृषकों से उद्यानिकी फसलों के उत्पादन में लगने वाली कुल लागत, आमदनी एवं बिक्री की जानकारी ली। ग्राम ओरमा के कृषक गिरधारी लाल निषाद ने बताया कि वे एक एकड़ में टमाटर एवं एक एकड़ भूमि में करेले की खेती कर रहे हैं। ड्रिप एवं माल्चिंग पद्धति से इन फसलों की खेती की जा रही है। वर्तमान में करेले की खेती में 35 से 40 क्विंटल का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने प्रति एकड़ में 40 टन टमाटर उत्पादन होने की संभावना व्यक्त की।