पीड़ित छात्रा ने बताया कि वह बरेली के एक कॉलेज में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा है। आर्थिक तंगी के चलते उसने रोडवेज बस अड्डे के पास स्थित एक कलर फोटो लैब में अस्थायी रूप से नौकरी शुरू की थी। उसी दौरान वहां काम करने वाले युवक नीरज ने उसका मोबाइल नंबर हासिल कर लिया।
एडीजी के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज
छात्रा के अनुसार आरोपी नीरज ने पहले उसे फोन पर अश्लील बातें करनी शुरू कीं। जब उसने बात करने से इनकार किया तो नीरज ने इंस्टाग्राम पर एक फर्जी अकाउंट बनाकर छात्रा की निजी फोटो अपलोड कर दीं और उसका मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक कर दिया। पीड़िता ने इस मामले की शिकायत पहले थाने में की, लेकिन कार्रवाई न होने पर वह सीधे एडीजी रमित शर्मा से मिली। एडीजी के संज्ञान में मामला आते ही बारादरी थाने को जांच कर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय के अनुसार इंस्टाग्राम अकाउंट की तकनीकी जांच की जा रही है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है। जल्द ही आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी और साइबर अपराध के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।