नगर निगम की लापरवाही पर फूटा गुस्सा
वार्डवासियों ने पहले भी इस समस्या की शिकायत पार्षद पति चंद्रपाल राठौर से की थी। उन्होंने नगर आयुक्त को वीडियो भेजकर जलभराव की स्थिति से अवगत कराया था। नगर आयुक्त ने शाम 5 बजे तक मौके पर पहुंचने का आश्वासन दिया था, लेकिन वे नहीं आए। इससे नाराज होकर स्थानीय नागरिकों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।
नाले पर अतिक्रमण बना जलभराव का कारण
बीसलपुर चौराहे से जगतपुर पुलिस चौकी तक फैले नाले के ऊपर अवैध अतिक्रमण किया गया है। मुर्गे-बकरे की दुकानें नाले पर ही संचालित की जा रही हैं। हॉस्पिटल और बारात घर के मालिकों ने भी नाले पर अतिक्रमण कर रखा है। जिससे वजह से सफाई नहीं हो पाती है और नाले का पानी सड़क पर भर जाता है। मांस की दुकान वाले कचरा, पंख और गंदगी नाले में डाल देते हैं। हॉस्पिटल और बारात घर संचालकों द्वारा सारा कूड़ा-कचरा नाले में फेंका जा रहा है।
नमाज और मंदिर जाने में भी हो रही दिक्कत
क्षेत्र में जलभराव की स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि लोगों को नमाज और मंदिर जाने के लिए गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है बल्कि धार्मिक आस्था पर भी असर डाल रहा है। प्रदर्शन को बढ़ता देख नगर निगम ने आनन-फानन में जेसीबी मशीन बुलाकर नाले की सफाई शुरू कर दी, लेकिन जब तक नाले पर से अतिक्रमण नहीं हटाया जाएगा, तब तक जलभराव की समस्या बनी रहेगी।
वार्डवासियों की मांग
वार्डवासियों ने मांग की है कि अतिक्रमण हटाया जाए ताकि नाले की सफाई सही से हो सके, और मुर्गे, होटल और हॉस्पिटल संचालकों पर कार्रवाई की जाए। नगर निगम नियमित सफाई अभियान चलाए। प्रदर्शन के दौरान आकाश पुरम समिति के अध्यक्ष एडवोकेट शाहिद अली, नेत्रपाल सिंह (सचिव), ओपी शर्मा, डीपीएस तोमर, इंतजार अंसारी, साकिर हुसैन, मोहम्मद अदनान, अनवर हबीब, मोहम्मद शकील, कौसर हुसैन, अजहरुद्दीन, मनोज, चंद्रपाल सिंह, नायाब मियां, लाल करण पटेल, मोहम्मद दानिश, निहाल सिद्दीकी, लाइक अहमद समेत कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।