तस्कर को छोड़ने के लिए 9 लाख में हुआ था सौदा
इंस्पेक्टर रामसेवक ने फरीदपुर थाने में तैनाती के दौरान 21 अगस्त की रात स्मैक तस्कर आलम, नियाज अहमद और अशनूर को हिरासत में लेने के बाद बिना कार्रवाई छोड़ने के लिए नौ लाख रुपये में सौदा किया था। सात लाख रुपये मिलने के बाद आलम और नियाज को थाने से छोड़ दिया। एसपी साउथ ने टीम के साथ इंस्पेक्टर के आवास पर छापा मारा तो वहां से 9.85 लाख रुपये बरामद हुए। इस दौरान इंस्पेक्टर सरकारी पिस्टल और 10 कारतूस लेकर दीवार कूदकर भाग गया।
रामसेवक के वकील ने स्वास्थ्य खराब होने की दी अर्जी
इंस्पेक्टर रामसेवक के खिलाफ फरीदपुर थाने में तीन मामले दर्ज हैं। पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी। इधर उसने अपने खिलाफ दर्ज मुकदमे को गलत बताते हुए हाईकोर्ट में उसे खारिज करने की अर्जी भी दे दी। बुधवार को उसने वकील के जरिये कोर्ट में अंतरिम और स्थायी जमानत के लिए अर्जी दी। वह बीमारी की हालत में कोर्ट पहुंचा। उसको ड्रिप भी लगी हुई थी। उसके वकील ने कोर्ट में सामने उसके गंभीर रूप से बीमार होने का तर्क दिया। डॉक्टर की रिपोर्ट भी पेश की। इसके आधार पर कोर्ट ने रामसेवक को अंतरिम जमानत दे दी है।