बीमा कंपनी पर लगाए धोखाधड़ी के आरोप
प्रदर्शन के दौरान डॉ. रवि मेहरा ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना मरीजों के लिए संजीवनी की तरह है, लेकिन इसे लागू करने वाली बीमा कंपनियां धोखाधड़ी कर रही हैं। इलाज पूरा होने के बाद मरीजों को बताया जाता है कि उनका क्लेम अप्रूवल रिजेक्ट हो गया। बिना कारण दावे को अस्वीकार करना बेहद गलत है। आईएमए बरेली पहली बार इस तरह का बड़ा प्रदर्शन कर रहा है और अब हक की लड़ाई से पीछे नहीं हटेगा।सरकार तक पहुंचाएंगे अपनी आवाज
मंगलवार दोपहर आईएमए भवन सभागार में सैकड़ों चिकित्सक, अस्पताल संचालक और पैरामेडिकल स्टाफ एकत्र हुए। उन्होंने इस आंदोलन को केंद्र और प्रदेश सरकार तक पहुंचाने की अपील की। आईएमए के ज्ञापन में आयुष्मान योजना की भुगतान प्रक्रिया संभाल रही एजेंसी पर आरोप लगाया गया कि वह जानबूझकर बेवजह खामियां निकालकर, नियमों और मानकों का हवाला देकर भुगतान निरस्त कर रही है।आईएमए की मुख्य मांगें:
आयुष्मान योजना के अंतर्गत अटका हुआ भुगतान तत्काल जारी किया जाए।बीमा कंपनी के मनमाने रवैये पर रोक लगाई जाए।
क्लेम रिजेक्शन की स्पष्ट और पारदर्शी प्रक्रिया बनाई जाए।