सिरौली थाना क्षेत्र के ग्राम नसरतगंज निवासी सोमपाल पुत्र लेखराज की शनिवर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मंगलवार को पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए मृतक के भतीजे धर्मेन्द्र पुत्र रामपाल, अमरपाल पुत्र रामपाल, विजेन्द्र पुत्र लेखराज और भगवान देई पत्नी विजेन्द्र को गिरफ्तार किया।
जमीन कब्जाने के लिए की गई भाई की हत्या
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सोमपाल अविवाहित था और उसका कोई वारिस नहीं था। वह अपने छोटे भाई विजेन्द्र के साथ ही रहकर जीवन यापन कर रहा था। कुछ वर्षों पूर्व विजेन्द्र ने ही उसका पथरी का ऑपरेशन कराया था, जिसके लिए पारिवारिक जेवरात बेचे गए थे। इसके बाद सोमपाल ने किसान क्रेडिट कार्ड और भूमि विकास बैंक से ऋण लिया और सारा पैसा मौज-मस्ती में उड़ा दिया। परिजनों को आशंका थी कि सोमपाल यदि अपनी जमीन बेचता है तो उससे जुड़ा कर्ज चुकाने में अन्य पारिवारिक जमीनें भी बिक जाएंगी। इसी आशंका में चारों ने मिलकर उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची।
गोली मारकर घर के पास छुपा दिया था तमंचा
धर्मेन्द्र, विजेन्द्र और भगवान देई ने मिलकर हत्या की योजना को अंजाम दिया। रात को जब सोमपाल सो रहा था, तभी धर्मेन्द्र ने उसे तमंचे से गोली मार दी। इसके बाद तमंचा घर के पास ही घूरे में छिपा दिया गया और धर्मेन्द्र ट्रैक्टर लेकर खेत चला गया। योजना के अनुसार अमरपाल ने घटना की सूचना पुलिस को देकर भ्रम फैलाने का प्रयास किया। पुलिस टीम ने जांच के बाद चारों आरोपियों को पिपरिया तिराहे के पास स्थित एक दो मंजिला दुकान की आड़ से गिरफ्तार कर लिया। विजेन्द्र की तलाशी में उसके पास से 37,200 रुपये बरामद हुए, जो मृतक सोमपाल के चुराए गए 50 हजार रुपये में से बचे हुए थे। वहीं, धर्मेन्द्र की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया गया।