Rajasthan Budget: पचपदरा रिफाइनरी 5 महीने बाद होगी शुरू, जानें बजट में बाड़मेर-बालोतरा को क्या मिला?
Rajasthan Budget 2025: राजस्थान के बाड़मेर-बालोतरा जिले को इस बार राज्य बजट में महत्वपूर्ण विकास कार्यों के लिए प्रमुख सौगातें मिली हैं, जो जिले के सामाजिक, आर्थिक और बुनियादी ढांचे में सुधार की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।
बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर-बालोतरा जिले को इस बार राज्य बजट में महत्वपूर्ण विकास कार्यों के लिए प्रमुख सौगातें मिली हैं, जो जिले के सामाजिक, आर्थिक और बुनियादी ढांचे में सुधार की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। योजनाओं से न केवल बाड़मेर के ग्रामीण इलाकों को लाभ मिलेगा, बल्कि जिले के शहरों की कायापलट होने की उम्मीद है।
घोषणाओं से जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, धार्मिक स्थल, बुनियादी ढांचा, और प्रशासनिक कार्यों में भी क्रांतिकारी बदलाव आ सकते हैं। बाड़मेर के लिए यह बजट न केवल बुनियादी ढांचे में सुधार लाएगा, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, परिवहन, और पर्यटन के क्षेत्रों में भी सुधार करेगा। योजनाओं से जिले का समग्र विकास होगा और लोगों को बेहतर जीवन स्तर प्राप्त होगा। बाड़मेर के लोग इन योजनाओं के पूरा होने के बाद विकास के नए युग की शुरुआत देखेंगे।
5 माह बाद शुरू हो जाएगी रिफाइनरी
पचपदरा-बालोतरा स्थित एचपीसीएल रिफाइनरी लिमिटेड से अगस्त 2025 तक चरणबद्ध रूप से उत्पादन शुरू हो जाएगा। पेट्रोलियम उत्पादों पर बैट के रूप में 2000 करोड़ का सरकार को अतिरिक्त राजस्व मिलना भी शुरू हो जाएगा। क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
पानी की किल्लत होगी दूर
बाड़मेर जिले के लिए एक बड़ा जल संकट निपटने की दिशा में जीरो प्वाइंट हेडवर्क्स पर स्वच्छ जलाशय का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने 31 करोड़ 88 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है। यह योजना जिले के पानी की किल्लत को दूर करने में सहायक सिद्ध होगी, जिससे ग्रामीण और शहरी इलाकों में पेयजल संकट में कमी आएगी।
पानी की उपलब्धता में आएगी स्थिरता
पनोरिया लिफ्ट सिस्टम और गुड़ामालानी लिफ्ट माइनर सिस्टम के जीर्णोद्धार एवं रखरखाव के लिए 8 करोड़ 50 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। यह परियोजना पानी की उपलब्धता को स्थिर बनाए रखने में सहायक होगी।
ऊर्जा वितरण प्रणाली होगी दुरुस्त
बावड़ीकला (चोहटन) एवं अगासही (शिव) बाड़मेर में बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए जिले में दो नए 132 केवी जीएसएस स्थापित किए जाएंगे। यह सब स्टेशन बाड़मेर के विभिन्न हिस्सों में ऊर्जा वितरण प्रणाली को दुरुस्त करने और बेहतर बनाने में सहायक होंगे। इसी तरह जिले के तारातरा मठ, मुकने का तला, खोखसर, केशुम्बला और गांगापुरा इसके अलावा, बाड़मेर जिले के विभिन्न हिस्सों में 33/11 केवी के और सबस्टेशन स्थापित किए जाएंगे, जिससे इन क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति मजबूत होगी।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
बाड़मेर जिले के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रामदेवजी की जन्मस्थली रामदेरिया काश्मीर में आधारभूत संरचना के विकास के लिए कार्य किए जाएंगे। यह क्षेत्र धार्मिक पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण है, और इसके विकास से धार्मिक पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।
जिला न्यायालय बाड़मेर में बनेगा
जिले में एक नए जिला एवं सेशन न्यायालय का निर्माण होगा। इससे क्षेत्रीय प्रशासन में तेजी आएगी, और न्यायिक प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। वहीं जिले में एक नई पुलिस चौकी खेतसिंह की प्याऊ में खोली जाएगी।
मरीजों के लिए सुविधाओं मेें वृद्धि
रामसर में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की बेड क्षमता में वृद्धि की जाएगी। यह योजना जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा को सुलभ बनाने में मदद करेगी।
छात्राओं की शिक्षा होगी आसान
बाड़मेर में विद्यालय स्तर पर सावित्री बाई फुले छात्रावास और महाविद्यालय स्तर पर बालिका छात्रावास खोले जाएंगे। यह योजनाएं खासकर लड़कियों की शिक्षा में सहायक होंगी, और उन्हें सुरक्षित आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।
बाड़मेर में डेजर्ट एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पीपीपी मोड (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) पर आवश्यक कार्य करवाए जाएंगे। इससे जिले में पर्यटन को नई दिशा मिल सकती है और रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं।
बॉर्डर पर रहने वालों का जीवन स्तर सुधरेगा
बाड़मेर जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट निवास करने वाले परिवारों के लिए मुख्यमंत्री थार सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके लिए 150 करोड़ रुपए का फंड स्थापित किया जाएगा।