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बाड़मेर

ऑपरेशन सिंदूर: वीरांगना ने शहीद की तस्वीर पर प्रसाद चढ़ाकर बोली: बधाई हो सा…आपका भारत इतिहास रच रहा है

आंखों में आंसू हैं। इन आंसुओं में पति की याद है। इन आंसुओं में जोश भी है। कल के बाद पता नहीं कितनी बार ये आंसू बहे हैं और सैकड़ों बार भंवरी देवी मन ही मन जोश से कह चुकी हैं, अब कटेगा पाकिस्तान।

बाड़मेरMay 10, 2025 / 05:09 pm

Kamlesh Sharma

Operation Sindoor
रतन दवे/बाड़मेर। आंखों में आंसू हैं। इन आंसुओं में पति की याद है। इन आंसुओं में जोश भी है। कल के बाद पता नहीं कितनी बार ये आंसू बहे हैं और सैकड़ों बार भंवरी देवी मन ही मन जोश से कह चुकी हैं, अब कटेगा पाकिस्तान। भंवरी देवी वो वीरांगना हैं, जिनके पति भीखाराम के साथ पाकिस्तान ने अमानवीय हरकत की थी। भीखाराम के अंग काट दिए गए थे। गुरुवार को भारत ने पाकिस्तान के जिस तरह छक्के छुड़ाए, उसे देखकर वीरांगना की आंखों में बदले की चमक लौट आई है। भंवरी देवी ने गुरुवार को पति की तस्वीर पर मावे का प्रसाद चढ़ाया। वह कहती हैं, मैंने उन्हें भी बधाई दी है, कहा-आपका भारत इतिहास रच रहा है…बधाई हो सा…।
कैप्टन सौरभ कालिया के साथ सिपाही भीखाराम जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। बाड़मेर के पातसर गांव के इस युवा सैनिक को पाकिस्तान ने 14 मई 1999 को करगिल युद्ध के दौरान बंदी बना लिया था। 11 जून 1999 को जब उनका शव पहुंचा, तो उसे देखकर पत्थर का भी कलेजा कांप जाए। भीखाराम को अमानवीय यातनाएं दी गई थीं। उनके अंग काट दिए गए थे।
वीरांगना कहती हैं कि उनका बेटा केवल तीन साल का था, जब पिता को मुखाग्नि दी थी। उस दिन से आज तक वह हर दिन यही कामना करती रही हैं कि भारत पाकिस्तान को ऐसा जवाब दे कि वह फिर कभी ऐसी हरकत न कर सके। बीते दिनों पहलगाम में जब हिंदुओं पर हमला हुआ, तो उनके मन में फिर सवाल उठा कि क्या इसका कोई जवाब नहीं मिलेगा? लेकिन गुरुवार को जब भारत ने पाकिस्तान के हमलों को ध्वस्त किया और भारत की मिसाइलों ने लाहौर, कराची में तबाही मचाई, तो कलेजे को ठंडक मिली।
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मैं खुद प्रोत्साहित करूंगी

वे कहती हैं कि अब वह बाड़मेर के बॉर्डर पर जा रही हैं। वहां महिलाओं से संपर्क करेंगी। उन्हें प्रोत्साहित करेंगी कि वे सेना की मदद कैसे कर सकती हैं। जब सेना आए तो उनके लिए भोजन, पानी और अन्य इंतजाम करने के लिए आगे आएं।

बेटा भी अब तैयार

भीखाराम का बेटा भूपेंद्र अब 28 साल का है। वह कहता है कि पिता ने देश के लिए बलिदान दिया। देश ने जो मान-सम्मान दिया, उससे अब वह खुद को हर समय सेना की मदद के लिए तैयार मानता है।

#OperationSindoor में अब तक

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