हजारों लोग आपका परिवार हैं- प्रेमानंद महाराज
प्रेमानंद महाराज ने संजना जाटव के सवाल का उत्तर देते हुए कहा कि पहले आपका परिवार चार-छह लोगों तक सीमित था, लेकिन अब हजारों की संख्या में लोग आपके परिवार बन गए हैं। आपको इस बड़े परिवार की सेवा का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, इसे ईश्वर की कृपा मानकर निस्वार्थ भाव से कार्य करें। प्रेमानंद महाराज ने सांसद से कहा कि प्रलोभन और भय को त्याग कर जनता की सेवा करें। सच्ची भक्ति वही है, जो समाज के हित में लगे। प्रेमानंद महाराज जी ने संजना जाटव को समझाते हुए कहा कि जो पद आपको मिला है, वह भगवान की सेवा का ही एक स्वरूप है। यदि आप निस्वार्थ भाव से समाज सेवा करेंगी, तो वही ईश्वर की सच्ची पूजा होगी। धर्मपूर्वक अपने कर्तव्य का पालन करें और भय व प्रलोभन से बचकर सेवा में समर्पित रहें। उन्होंने कहा कि थोड़ा-थोड़ा नाम जप करती रहें, इससे मन को शांति मिलेगी और आपका कार्य भी सफल होगा।
सांसद से महाराज जी ने आगे कहा कि वसुधैव कुटुंबकम’ का अर्थ है कि संपूर्ण धरती ही हमारा परिवार है। हमें अपने परिवार और समाज के बीच कोई भेद नहीं करना चाहिए। भगवान ने आपको बड़ा परिवार सौंपा है, इसलिए उसकी सेवा करना ही आपका सबसे बड़ा कर्तव्य है।
साधारण महिला से MP तक का सफर
संजना जाटव ने महाराज जी से चर्चा के दौरान बताया कि तीन साल पहले तक वह एक साधारण घरेलू महिला थीं, जो अपने परिवार और पूजा-पाठ तक सीमित थीं। लेकिन जनता के आशीर्वाद और ईश्वरीय कृपा से वह सांसद बनीं, जिससे अब उन्हें न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र की जनता की सेवा में खुद को समर्पित रखना पड़ता है।
सांसद संजना जाटव ने जताया आभार
अंत सांसद संजना जाटव ने प्रेमानंद महाराज के इस मार्गदर्शन पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आज मेरे जीवन का बहुत सुखद दिन है कि मुझे आपके दर्शन और मार्गदर्शन प्राप्त हुए। अब तक मैंने आपको टेलीविजन और सोशल मीडिया पर देखा था, लेकिन आज साक्षात आपके दर्शन कर बहुत आनंदित महसूस कर रही हूं। राधारानी का हृदय से धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने मुझे आपके दर्शन का सौभाग्य प्रदान किया।