बैठक में महापौर समेत एमआईसी के सदस्यों ने कहा कि वे कलेक्टर से आग्रह करेंगे कि 1 करोड़ 9 लाख 75 हजार लागत से घुड़सवारी की जगह तीरंदाजी और निशानेबाजी
खेल मैदान तैयार करवाया जाए। इसके अलावा कुछ विषयों को सामान्य सभा में भेजने के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। वहीं शेष विषय पर एमआईसी ने मुहर लगाया।
एग्रीमेंट में 5 साल तक रख-रखाव भी
एमआईसी ने खेल परिसर के निर्माण को लेकर अनुभवि एजेंसी को नियुक्त करने का निर्णय लिया। इसमें यह भी अनुबंध होगा कि 5 साल के लिए रखरखाव एजेंसी का होगा। उसकी 5 प्रतिशत धरोहर राशि भी निगम में जमा रहेगी। महापौर नीरज पाल ने कहा इस सुविधा से क्षेत्र से अच्छे खिलाड़ी निकलेगे, जो राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीयस्तर पर अपना और अपने राज्य का नाम रौशन करेगें। आयुक्त राजीव कुमार पांडेय ने सभी सदस्यों को बताया कि एक स्थल पर सभी खेलों का होना, इस क्षेत्र के खिलाड़ियों के लिए बड़ी उपलब्धी होगी। इसके अलावा कई निर्माण कार्यों को भी स्वीकृति दी गई। बैठक में एमआईसी के सदस्य सीजू एंथोनी, लक्ष्मीपति राजू, केशव चौबे, साकेत चंद्राकर, लालचंद वर्मा, आदित्य सिंह, चंद्रशेखर गंवई, नेहा साहू, मालती ठाकुर, निगम सचिव, उपायुक्त नरेंद्र बंजारे, जोनआयुक्त येशा लहरे, सतीश यादव, कुलदीप गुप्ता, कार्यपालन अभियंता अनिल सिंह, रवि सिन्हा, संजय अग्रवाल, अरविंद शर्मा, वीनिता वर्मा, लेखाधिकारी चंद्रभूषण साहू, रीता चतुर्वेदी, जनसंपर्क अधिकारी अजय शुक्ला, देवराज राजपूत मौजूद थे।