यह भी पढ़ें:
CG News: सड़क के मोड़ पर खतरा, जान जोखिम में डाल यात्रा करने को लोग मजबूर वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक अवधेश त्रिवेदी मंगलवार को इसीकी जांच करने
दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। रेलवे अधिकारियों के साथ स्टेशन में लगे करीब 8 स्टालों में जनता खाना व बेबी फूड की मांग की। किसी भी नहीं मिला। उन्होंने इसे अनियमितता माना और जमकर फटकार लगाते हुए 64000 रुपए का जुर्माना लगाया। उन्होंने डेढ़ घंटे तक निरीक्षण किया।
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग स्टेशन के सभी प्लेटफार्म में कुल 24 स्टाल हैं। रेेलवे के नियम अनुसार स्टेशन के स्टालों में जनता खाना रखना अनिवार्य है। ये खाना मात्र 15 रुपए में जनता की सुविधा के लिए मिलता है। इसमें 15 रुपए में 7 पूड़ी व आलू की सब्जी मिलती है।
निरीक्षण फिर कार्रवाई वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक त्रिवेदी ने बिलासपुर तिरुनेलवेली व दुर्ग-उधमपुर ट्रेन का निरीक्षण किया। एक ही ट्रे में वेज व नॉनवेज खाना बेचने पर फूड प्लाजा पर 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। ट्रेन में बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए लोगों पर भी कार्रवाई की गई।
इस माह 6 बार से ज्यादा आ चुके रेलवे अधिकारी बार-बार रेलवे को यात्रियों की ओर से बहुत शिकायत मिल रही है। इसे देखते हुए डीआरएम समेत अन्य अधिकारी दुर्ग-भिलाई समेत अन्य स्टेशन का दौरा कर रहे हैं। इसी माह दुर्ग स्टेशन में एक बार डीआरएम, तीन बार सीनियर डीसीएम, एक बार डीएससी समेत अन्य रेलवे अधिकारी दौरा कर चुके हैं।
रेलवे नियमानुसार जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी अनियमितताएं पाए जाने पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। सभी केटरिंग संचालकों को बिना प्लेटफार्म परमिट के प्लेटफार्म व गाड़ियों में खाद्य सामग्री नहीं बेचे जाने की सख्त हिदायत दी गई है। मंडल रेल प्रशासन अनाधिकृत वेंडिंग को पूर्णत: बंद करने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
अवधेश त्रिवेदी, वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक, रायपुर स्टाल संचालकों को जनता खाना रखने कहा है जांच के दौरान जनता खाना नहीं मिलने पर स्टाल संचालकों को फटकार पड़ी है। जनता खाना रखने के लिए कहा गया है। वहीं अनियमिताए पाने पर जुर्माना की भी कार्रवाई हुई है।
लखबीर सिंह मुंघेरा, मुख्य स्टेशन मास्टर, दुर्ग स्टेशन