आकर्षण की ये वजह
डिजिटल गोल्ड के लिए कई अधिकृत प्लेटफार्म हैं। यह 24 कैरेट शुद्घ सोना डिजिटली उपलब्ध कराते हैं जिसमें बीमाकृत वॉल्ट्स में सुरक्षित रखा जाता है। निवेशक इसे किसी भी बेच सकते हैं या फिजिटल गोल्ड के रूप में डिलीवरी ले सकते हैं।
लचीलापन बड़ा कारण
निवेशकों के बीच इसकी बढ़ती लोकप्रियता का कारण इसका लचीलापन है। उदाहरण स्वरूप 2 लाख रुपए तक के निवेश के लिए केवल पैन कार्ड और पता प्रमाण की आवश्यकता होती है। इसके अलावा डिजिटल गोल्ड की शुद्घता और सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं होती। यह बीआइएस के मानकों के अनुरूप होता है। आम धारणा है कि निवेशकों को अपनी बचत का 20 से 25 प्रतिशत पैसा सोने में निवेश करना चाहिए। क्योंकि फिजिकल सोना जोखिम ज्यादा होता है इसलिए विभिन्न एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (एएमसी) गोल्ड ईटीएफ को भुनाती हैं। यही वजह है हाल के महीनों में डिजिटल गोल्ड निवेश में 30 फीसदी तक वृद्धि देखी गयी है। डिजिटल में 1 ग्राम सोने का 100वां भाग होता है, जिसका वर्तमान में भाव 83.09 रुपए है।