कठिन विषयों की तैयारी किस तरह करना है?
कॉन्सेप्ट को समझकर पढ़ना चाहिए। इजी टॉपिक को पहले और हार्ड को बाद में पढ़ना सही रहेगा। शॉर्ट नोट बनाइए। फॉर्मूला लीखिए। इपार्टेंट नोट्स बनाइए और उन्हें रिवाइज करें। एक साथ सब मत पढ़ें, ब्रेक लीजिए, आधा घंटे में पांच मिनट का ब्रेक जरूरी है।
कई बार लगता है पढ़ने के बाद भूल रहे हैं, कैसे समझें?
जो भी कॉन्सेप्ट है उसे डाइग्राम, टेबल के जरिए रिवाइज कीजिए।
सेल्फ टेस्टिंग के लिए खुद से सवाल करें ताकि आपको मालूम हो कि कितना याद है। स्टडी ग्रुप ज्वाइन करें, दोस्तों के साथ पढ़ें और ऑडियो-वीडियो लर्निंग करें।
परीक्षाएं शुरू हो रही हैं, क्या करें, क्या ना करें?
हर सब्जेक्ट की तैयारी और प्रैक्टिस भी अलग- अलग की जाए। पिछले साल के पेपर सॉल्व करें और मॉक टेस्ट देते रहें। अपनी हैल्थ और डाइट का याल रखें। नींद पूरी लें। आखिरी समय में कोई भी नया टॉपिक नहीं पढ़ना है। सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखनी है।
लेट नाइट स्टडी नहीं करनी है।
अच्छे नंबर लाने के लिए किस तरह तैयारी करें?
स्मार्ट स्टडी करनी पड़गी। जरूरी नहीं 24 में 18 घंटे या 12 घंटे पढ़ना है, आप तीन घंटे भी पढ़ें तो मन लगाकर पढ़ें। स्ट्रेस नहीं लेना है। रिवाइज, राइटिंग प्रैक्टिस शॉर्ट नोट, विजुअलाइजेश करते हुए पढ़ाई करें।
अव्वल आने के लिए आपका संदेश?
मेहनत और समझदारी का कॉबो कर लें तो नतीजे भी वैसे ही आएंगे। फूल डेडिकेशन जरूरी है। वीक और स्ट्रांग सब्जेक्ट को एनॉलेसिस करें और डिवाइड करें। फेवरेट सब्जेक्ट पर बिल्कुल भी फोकस नहीं करना है।