जिले के 291 माध्यामिक शिक्षा के स्कूलों में 2 करोड़ 25 लाख रुपए की ग्रांट मिलती हैं, उन्हें सिर्फ 33 लाख 38 हजार रुपए ही प्राप्त हुए है। शेष 1 करोड़ 66 लाख 87 हजार रुपए बकाया चल रहे है। प्रारंभिक शिक्षा अन्तर्गत 975 विद्यालयों को नामांकन के अनुसार 2 करोड़ 72 लाख 35 हजार प्राप्त होने थे, लेकिन अब तक केवल 45 लाख 39 हजार रुपए ही जारी हुए हैं, शेष दो करोड़ 26 लाख रुपए प्राप्त होना बाकी है।
कार्यक्रम अधिकारी बद्रीलाल शर्मा ने बताया कि स्कूलों में बुनियादी ढांचे, सुविधाओं और संचालन से संबंधित खर्चों के लिए इस राशि का उपयोग किया जाता है। पानी.बिजली के बिल, टूट-फू ट मरम्मत, स्टेशनरी, रंगाई-पुताई, फर्नीचर, सफाई, दरी पट्टी, चॉक, डस्टर, झाड़ू, आदि पर यह राशि खर्च की जाती है
दलीप गुर्जर, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा बूंदी