उपखंड के मंदिरों में लगातार हो रही चोरियों की घटनाओं ने पुलिस की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर रात्रि कालीन गश्त की व्यवस्था कर रखी है, लेकिन गश्त के दौरान ही गांव में मंदिरों पर चोरियां हो रही हैं। चोर कब आते हैं ओर किस रास्ते से गायब हो रहे हैं पुलिस को भनक तक नहीं लग पा रही।
क्षेत्र के मंदिरों में हुई चोरियों को जल्द ही खोल दिया जाएगा। गांवों के दो तीन मंदिरों में चोरियां संभवत: एक ही गिरोह का काम हो सकता है। मोबाइल लोकेशन के आधार पर चोरियों को खोलने के लिए टीमें क्षेत्र में निगरानी रखे हुए हैं। गांवों में सीसीटीवी नहीं होने से उनकी पहचान नहीं हो पा रही हैं।
हंसराज मीणा, थाना प्रभारी, केशवरायपाटन
गांवों के मंदिरों में लगातार हो रही चोरियां चिंता का कारण बनती जा रही है। जलोदा हनुमान मंदिर पर चोरी से लोगों में नाराजगी है। चोरों को नहीं पकड़ना गंभीर है। इस सप्ताह लगातार तीन मंदिरों में चोरियां हुई, लेकिन एक का भी खुलासा नहीं किया गया। मंदिरों की सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था जरूरी है। जलोदा, कमोलर, बलकासा मंदिरों में हुई चोरियों ने जन-मानस को झकझोर कर रख दिया।
रवि मीणा, सीएलजी सदस्य जलोदा