Cryptocurrency: केंद्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी के अवैध लेन-देन पर सख्ती बरतने जा रही है। जांच एजेंसियों को कहा गया कि वे क्रिप्टो के संदिग्ध लेन-देन के मामलों का फोरेंसिक विश्लेषण करें। तुरंत सभी डेटा और इनपुट संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसियों से साझा करें, जिससे ऐसे मामलों को रोका जा सके।
फोरेंसिक विश्लेषण से पता चला है कि मनी लॉन्ड्रिंग, धोखाधड़ी और रैनसमवेयर भुगतान जैसी अवैध वित्तीय गतिविधियों पर नकेल की मुहिम के बाद से वॉलेट और क्रिप्टो लेन-देन में भारी वृद्धि हुई है। क्रिप्टो से जुड़े अपराध के मामलों में भी बढ़े है। ये 45 प्रतिशत बढ़े है। वर्ष 2023 तक क्रिप्टो अपराध से होने वाला नुकसान बढ़कर 5.6 अरब डॉलर तक पहुंच गया।
एक ही क्रिप्टोकरेंसी निवेश प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2020 और 2024 के बीच क्रिप्टो से संबंधित फोरेंसिक मामलों में काफी वृद्धि हुई है। 2020 में केवल 11 मामले फोरेंसिक के लिए सामने आए थे जबकि वर्ष 2024 में फोरेंसिक जांच और विश्लेषण से जुड़े मामले बढक़र 291 मामले हो गए हैं। क्या डोलान्ड ट्रंप की वजह से बिटकॉइन बना निवेश का सुनहरा मौका, देखें वीडियो…
एक ही क्रिप्टोकरेंसी निवेश प्लेटफॉर्म का किया इस्तेमाल
वहीं एक अधिकारी ने कहा कि कुछ मामलों में यह देखा गया है कि अपराधियों ने एक ही क्रिप्टोकरेंसी निवेश प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया और विश्लेषण के दौरान मिले डेटा से वे कानून प्रवर्तन अधिकारियों की जांच के दायरे में आ गए।
क्या है क्रिप्टो करेंसी
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। जिसमें ट्रांजैक्शन बैंक वेरिफाई नहीं करता है। यह पीर-टू पीर सिस्टम है, जिसके माध्यम से यूजर्स किसी को भी कभी भी पेमेंट कर सकते हैं। इसके अलावा यूजर्स को फिजिकल रूप में करेंसी अपने साथ रखने या फिर वास्तविक रूप में करेंसी का आदान-प्रदान की जरूरत नहीं होती है। क्रिप्टोकरेंसी के उदारण- बिटकॉइन, इथेरियम, लाइटकॉइन, रिप्पल। बिटकॉइन सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी है। बिटकॉइन के बाद सबसे प्रसिद्ध इथेरियम है।