तो कलेक्टर ने एसपी को बुलाया
कलेक्टर ने 27 जनवरी को टीएल की बैठक में अवैध कॉलोनाइजर्स पर एफआईआर की जानकारी भी प्राप्त की और थानों की तरफ से अपेक्षित कार्यवाही नहीं पाए जाने पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भी लिखा गया। फिर यह मामला उठाया तो कलेक्टर ने टीएल की बैठक में उपस्थित एसपी अजय पाण्डे से बातचीत की। इसके बाद कुछ कॉलोनाइजर्स पर एफआइआर हो सकी। फिर भी बड़ी संख्या अवैध कॉलोनाइजर्स की है, जिन पर एफआइआर नहीं हो पा रही है।तहसीलदार ने घोषित की थी अनाधिकृत कॉलोनी
तहसीलदार छिंदवाड़ा की ओर से 22 अक्टूबर 24 को जारी नगर निगम आयुक्त की ओर से जारी अवैध कॉलोनी की सूची में छह कॉलोनाइजर्स के नाम दीनू पिता महादेव आलोनकर सोनाखार, दुर्जन पिता किसनलाल सिवनी प्राणमोती, बबन सौदाबाई सिवनी प्राणमोती, सूरज पिता धनसिंह इमलिया बोहता और राजेन्द्र पिता माहूलाल सिवनी प्राणमोती के नाम अनाधिकृत कॉलोनी की सूची में दर्ज किए थे। फिर भी सूरज समेत अन्य के नाम की एफआइआर दर्ज नहीं की गई है। इसके अलावा सोना पति संजय जैन का नाम भी एफआइआर में नहीं आया। इससे निगम की कार्यवाही में संदेह उत्पन्न हो रहा है। आखिर क्यों इनके नाम छोड़े गए हैं।इनका कहना है
शहर के अवैध कॉलोनाइजर्स के खिलाफ एफआइआर करने के आदेश दिए गए हैं। निगम कर्मचारियों की इसकी सूची दी गई है। इसके अलावा जल्द ही दूसरे कॉलोनाइजर्स के नाम का सर्वेक्षण जारी है, जिनके नाम भी जल्द घोषित किए जाएंगे।-सीपी राय, आयुक्त नगर निगम