हालत यह है कि चित्तौड़गढ़ जिले सहित प्रदेशभर में नींबू के भाव अनार, अंगूर और नारंगी से भी ज्यादा हो गए हैं। चित्तौड़गढ़ शहर के खुदरा बाजार में इन दिनों 180 से 200 रुपए किलो की दर से नींबू बिक रहा है। गर्मी और रमजान के कारण नींबू की मांग बढ़ गई है और वर्तमान में अन्य शहरों से चित्तौडग़ढ़ में नींबू लाए जा रहे हैं।
अनार व अंगूर से भी महंगा बिक रहा नींबू
फल विक्रेता किशनलाल ने बताया कि इन दिनों सेब, अंगूर व अनार से भी महंगा नींबू बिक रहा है। इन दिनों अंगूर 70 रुपए किलो, अनार 140 व नारंगी 80 रुपए प्रति किलो बिक रही हैं। जबकि नींबू के खुदरा भाव 200 रुपए किलो तक हो गए हैं। नींबू के दाम बढऩे से अब घरों के अलावा यह होटल व ढाबों से भी गायब हो गया है। घर, होटल व ढाबों पर भी सलाद से नींबू गायब हो गया है। होटल व ढ़ाबा संचालक भी सलाद में नींबू का इस्तेमाल कम ही कर रहे हैं। गन्ने के रस, शिंकजी व सब्जियों में भी नींबू का उपयोग कम मात्रा में किया जा रहा है। जिले में यहां होती है नींबू की बागवानी
जिले में कोई भी इलाका ऐसा नहीं है, जहां नींबू की खेती नहीं हो रही है। हर किसान ने खेतों पर आठ-उस पौधे तो लगा ही रखे हैं। साथ ही नींबू के बगीचे भी कई किसानों ने लगा रहे हैं। मोटी समस्या यह है कि इस दिनों नींबू के फल कम आ रहे है। मांग के मुकाबले आपूर्ति गड़बड़ाने के कारण नींबू के भाव आसमान छू रहे हैं। गर्मी के दिनों में नींबू की जितनी खपत होती है। उतनी तादाद में उपलब्धता नहीं हो पाती है।
विक्रेताओं की जेब पर बढ़ा बोझ
गर्मी के मौसम में लोग गर्मी से बचने और शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखने के लिए नींबू, शरबत, शिकंजी, नींबू सोडा जैसे पेय का उपयोग करते हैं। ऐसे में शरबत और शिकंजी विक्रेताओं की जेब पर बोझ बढ़ गया है। अचानक गर्मी बढऩे के साथ नींबू की मांग बढ़ गई और दूसरी और बाजार में नींबू का स्टॉक घट जाने से दाम में बढ़ोतरी हुई है।