मुझे वाकई किसी चीज की जरूरत थी- ज्योति
बता दें कि ज्योति सिंह स्टेज 3 आंत के कैंसर से जूझ रही हैं। फिलहाल उनकी कीमोथेरेपी चल रही है। ज्योति को जैसे ही पता चला कि उनके भाई आकाश दीप ने एजबेस्टन टेस्ट जीत को उनके नाम समर्पित किया तो उनकी आंखें खुशी से नम हो गईं। ज्योति ने मिड-डे से कहा कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि वह मेरे बारे में इतने बड़े मंच पर बात करेंगे, लेकिन जब उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि मेरे लिए है तो मुझे बहुत अच्छा लगा। यह उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है और यह उस समय आई जब मुझे वाकई किसी चीज की जरूरत थी, जिसे मैं थामे रहूं।
ज्योति ने मां के साथ देखा मैच
ज्योति ने बताया कि उन्होंने अपनी मां लादुमा देवी के साथ हर गेंद देखी, जिन्होंने कई साल पहले अपने पति और बड़े बेटे को खो दिया था और इस वजह से उन्हें सबसे ज़्यादा दुख हुआ। उन्होंने कहा कि हमने टीवी पर मैच देखा। हम सभी बहुत खुश थे।
आकाश दीप के लिए करियर बदलने वाला टेस्ट
आकाश के 10 विकेट (10/187) अब इंग्लैंड में किसी भारतीय तेज गेंदबाज का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हैं। लेकिन ज्योति के लिए, उन विकेटों का मतलब इससे कहीं ज़्यादा था। जब वह कीमोथेरेपी के 12 थकाऊ दौर से गुज़र रही थीं, जिनमें से दो पहले ही पूरे हो चुके थे तो उसके भाई की दिल से दी गई श्रद्धांजलि ने उसे एक तरह की राहत दी, जो सबसे अच्छी दवा हमेशा नहीं दे सकती।