इससे पहले सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। प्लेइंग 11 में एक बदलाव हुआ और अर्शदीप सिंह को आराम देकर मोहम्मद शमी को मैदान पर उतारा गया। शमी 14 महीने के बाद इंटरनेशनल पिच पर उतरे और मैच का पहला ओवर भी डाला। इंग्लैंड की शुरुआत को हार्दिक पंड्या ने खराब कर दिया और फिल साल्ट को महज 5 रन के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। इसके बाद इंग्लैंड के कप्तान के साथ मिलकर बेन डकेट ने इंडियन गेंदबाजों की धुनाई शुरू की। उन्होंने 9वें ओवर में टीम के स्कोर को 80 के पार पहुंचा दिया। इस बीच वरुण चक्रवर्ती ने जोस बटलर को आउट कर ब्रेक थ्रू दिलाई।
चक्रवर्ती ने चटकाए 5 विकेट
अगले ओवर में अक्षर पटेल ने बेन डकेट को पवेलियन भेज दिया। डकेट ने 28 गेंदों में 2 छक्के और 7 चौकों की मदद से 51 रनों की पारी खेली। दोनों के आउट होने के बाद इंग्लैंड की टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई, हालांकि लियम लिविंगस्टन ने 24 गेंदों में 43 रनों की पारी खेल टीम को 170 के पार पहुंचने में अहम योगदान दिया। आखिरी विकेट के लिए आदिल रशीद और मार्क वुड ने 24 रनों की साझेदारी की और टीम को ऑलआउट होने से बचा लिया।
वरुण चक्रवर्ती ने शानदार गेंदबाजी की और 4 ओवर में 24 रन देकर 5 विकेट हासिल किए।
172 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और संजू सैमसन लगातार तीसरी पारी में फ्लॉप हुए और 3 रन बनाकर आउट हो गए। अभिषेक शर्मा भी 24 रन बनाकर चलते बने। सूर्या की चमक भी फीकी रही और 14 रन बनाकर मार्क वुड का शिकार हुए। पिछले मैच के हीरो तिलक वर्मा 18 रन की पारी ही खेल सके और वाशिंगटन सुंदर दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। अक्षर पटेल और हार्दिक पंड्या के बीच छोटी सी साझेदारी हुई लेकिन 18वें और 19वें ओवर में दोनों के क्रमश: आउट होने के बाद भारत की हार तय हो गई। हार्दिक पंड्या ने 35 गेंदों में 40 रन की पारी खेली।
वरुण चक्रवर्ती का अनचाहा रिकॉर्ड
इस हार की वजह भारतीय बल्लेबाजों का फेल होना रहा लेकिन इसके बावजूद प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड किसी अंग्रेज खिलाड़ी की बजाय वरुण चक्रवर्ती को मिला। इस मैच में उन्होंने टी20 करियर का दूसरा फाइव विकेट हॉल पूरा किया और इस तरह वह टी20 इतिहास के ऐसे पहले गेंदबाज बन गए, जिनके दोनों फाइव विकेट हॉल वाले मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा हो।