इंग्लैंड की टीम में जहां तूफानी गेंदबाजों की फौज है तो ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने वालों की भी कमी नहीं है। इसके बावजूद अब तक इंग्लैंड सीरीज के तीन मैचों में 200 के आंकड़े को भी नहीं छू पाई है। हालांकि गेंदबाजों ने पिछले मैच में साबित कर दिया कि वे भारतीय बल्लेबाजों को रोक सकते हैं और मैच जिता भी सकते हैं। दूसरी ओर भारत का खेमा भी अंग्रेजों से कम नहीं है लेकिन उन्होंने अब तक सीरीज में उनसे बेहतर प्रदर्शन किया है। पहले ही मैच में भारत ने सिर्फ 13 ओवर में मुकाबला जीता था। उस मैच में गेंदबाजों ने धारदार गेंदबाजी की और 132 रन पर अंग्रेजों को समेट दिया था।
बात अगर पुणे (Maharashtra Cricket Association Stadium) के पिच की करें तो यह ट्रैक बल्लेबाजी के लिए अच्छा विकेट माना जाता है। हालांकि, स्पिनर खेल के आगे बढ़ने के साथ-साथ अपनी उपयोगिता बेहतर साबित कर सकते हैं। यहां अब तक 4 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले गए हैं, जिसमें से पहले और बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीमों के जीत का औसत बराबर रहा है। यहां खेले गए आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम को श्रीलंका के हाथों 16 रन से हार का सामना करना पड़ा था लेकिन उस मुकाबले में सूर्यकुमार यादव और अक्षर पटेल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतकीय पारी खेली थी।
हाई स्कोरिंग मैच की उम्मीद
इंग्लैंड की टीम ने यहां सिर्फ एक टी20 मुकाबला खेला है, जिसमें भारत ने उन्हें 5 विकेट से हराया था। उस मैच में भारतीय टीम ने इस मैदान की सबसे बड़ी रन चेज भी हासिल की थी, जो आज तक कायम है। पहली पारी का औसत स्कोर 166 रन है तो दूसरी पारी में औसतन 144 रन बनते हैं। जिस हिसाब से दोनों टीमें टी20 क्रिकेट खेलती हैं, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि यहां एक हाई स्कोरिंग मैच देखने को मिल सकता है।