क्रिकेट में बना अनोखा संयोग
सबसे बड़ा संयोग ये है कि स्टीव स्मिथ पिछली सीरीज में भी यह कारनामा कर सकते थे लेकिन वह कप्तान नहीं थे। उनपर कप्तानी का बैन भी लगा था, जो बाद में हटा दिया गया। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में आखिरी पारी तक उनका आंकड़ा 9999 तक पहुंचा था और जैसे ही उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ पहला रन बनाया, वह ऑस्ट्रेलिया ने उन चारों खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गए, जिन्होंने 10 हजार टेस्ट रन तो बनाए ही हैं, साथ ही कप्तान रहते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। अपनी 205वीं पारी में बाएं हाथ के स्पिनर प्रभात जयसूर्या की गेंद पर मिड-ऑन पर सिंगल लेकर, पारी के हिसाब से 10,000 टेस्ट रन बनाने वाले पांचवें सबसे तेज बल्लेबाज बन गए। मैचों के मामले में, केवल ब्रायन लारा (111) ने स्मिथ के 115 से कम टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की है। लारा, सचिन तेंदुलकर, कुमार संगकारा (सभी ने 195 पारियां लीं) और रिकी पोंटिंग (196) ही ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने कम पारियों में यह उपलब्धि हासिल की है।
संगाकारा का औसत सबसे बेहतर
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में, केवल पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने 196 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की है। स्मिथ ने 55 से अधिक की औसत से रन बनाए हैं, जबकि कुमार संगकारा बेहतर औसत (57.40) के साथ 10,000 के आंकड़े को पार करने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं। सक्रिय खिलाड़ियों में, केवल जो रूट के 12,972 टेस्ट रन स्मिथ से अधिक हैं। भारत के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में अपने घरेलू दर्शकों के सामने अपने करियर के 9,999 रनों पर आउट होने के बाद, स्मिथ ने बुधवार को पहली गेंद पर अपना 10,000वां रन बनाया। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पहले सत्र में 137/2 के स्कोर पर बल्लेबाजी की और प्रभात जयसूर्या की गेंद पर मिड-ऑन पर एक रन मारा, जिसके लिए दर्शकों ने तालियां बजाईं। इसके बाद उन्होंने अपने बल्लेबाजी साथी उस्मान ख्वाजा को गले लगाया।