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दमोह

पांच हजार छात्राओं की सुरक्षा पेट्रोलिंग के भरोसे, शिकायत सुनने नहीं बनाई हेल्प डेक्स

-मुख्यालय के केएन कॉलेज का मामला, अन्य कन्या महाविद्यालयों की भी यही स्थिति
-छेडख़ानी और छीटाकसी के बढ़ रहे मामले, शिकायत करने महिला थाने जाना ही विकल्प।

दमोहFeb 19, 2025 / 08:28 pm

आकाश तिवारी


दमोह. जिले में अपराध नहीं रुक रहे हैं। खासतौर पर महिलाओं से जुड़े अपराधों में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज हो रही है। छात्राओं से छेडख़ानी जैसे मामले भी बढ़ रहे हैं। पुलिस प्रशासन इन बढ़ते अपराधों पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। हैरानी की बात यह है कि जहां पर अपराध होने की आशंका ज्यादा है। वहां पर पुलिस ने कोई ठोस इंतजाम नहीं किए हैं। बात करें जिले के इकलौते केएन कॉलेज की, तो यहां पर पुलिस प्रशासन ने अभी तक एक स्थाई हेल्प डेक्स सुविधा शुरू नहीं की है।
बता दें कि केएन कॉलेज में छह से पांच हजार छात्राएं पंजीकृत हैं। इस लिहाज से पुलिस प्रशासन को यहां पर पढऩे वाली छात्राओं की सुरक्षा को प्राथमिकता से लेना चाहिए। पर सुरक्षा के नाम पर पुलिस इस कॉलेज में महिला पुलिस पेट्रोलिंग कराने की बात कर रही है।
-अंचलों से आती है छात्राएं, रोज होती हैं छेडख़ानी
इस कन्या महाविद्यालय में अंचलों से भी छात्राएं पढऩे के लिए आती हैं। बस स्टैंड से कॉलेज तक और कॉलेज से बस स्टैंड तक इन्हें प्रतिदिन आना-जाना पड़ता है। इस दौरान मनचलों की छीटाकसी से यह आए दिन परेशान हो रही हैं। फरियाद सुनाने के लिए कॉलेज में महिला पुलिस का कोई स्थाई प्वाइंट नहीं है। इस वजह से यह छात्राएं अपनी परेशानी भी किसी से शेयर नहीं कर पाती हैं।
-हेल्प डेक्स हो तो दर्ज हो शिकायतें
सागर मुख्यालय के गल्र्स पीजी कॉलेज में महिला हेल्प डेक्स बनाई गई है, जिसे शुरू हुए काफी साल हो चुके हैं। बकायदा मुख्य गेट के बाजू में एक महिला पुलिसकर्मी की ड्यूटी रहती है। वहीं, महिला पुलिस का पेट्रोलिंग वाहन भी मौजूद रहता है। यह व्यवस्था केएन कॉलेज में भी होना चाहिए ताकि छात्राएं साहस के साथ कॉलेज आएं और जाएं।
-यहां भी खड़े हो रहे मनचले
शहर में कन्या विद्यालयों की बात करें तो एमएलबी, जेपीबी कन्या शालाएं ऐसी हैं, जहां पर पढऩे वाली छात्राओं की संख्या काफी ज्यादा है। स्कूल लगने और छुट्टी होने के समय यहां पर अभिभावकों की भीड़ देखी जा सकती है। इनके बीच कई मनचले भी खड़े होते हैं, जो छात्राओं को परेशान करते हैं। छुट्टी के वक्त महिला पुलिस का पेट्रोलिंग वाहन कभी कभार ही दिखाई देता है।
वर्शन
पुलिस बल की कमी है। इसलिए प्रत्येक स्कूल व कॉलेज में पुलिस सहायता केंद्र नहीं खोल सकते हैं। केएन कॉलेज की जहां तक बात है तो यहां पर व्यवस्था बनाने का प्रयास करेंगे। महिला पुलिस की पेट्रोलिंग टीम स्कूल व कॉलेजों में गश्त करती है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी की जा रही है।
अभिषेक तिवारी, सीएसपी दमोह

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