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Chhattisgarh: बच्ची की बेरहमी से पिटाई, पिता के सामने ही पाइप से जमकर पीटा, देखें Video वनांचल क्षेत्र के सैकड़ों गांव में आज भी ग्रामीणों को पेयजल संकट और
सिंचाई सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बारिश के दिनों में जैसे-तैसे व्यवस्था बन जाती है, लेकिन गर्मी के दिनों में ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है। लगातार मिल रही शिकायत के बाद पीएचई विभाग ने समूह योजना के तहत सांकरा के ग्राम पोडागांव, सांकरा, पोडीडीह समेत 40 गांव तथा घठुला के खुटार, मुकुंदपुर सहित 36 गांवों में पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है।
पीएचई विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस कार्य को 2 साल में पूरा करना है। कार्य की लागत करीब 64 करोड़ रूपए है। पाइप लाइन का विस्तार होने से ग्रामीणों को पानी की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। कार्य समय पर पूरा हो इसके लिए पीएचई विभाग के अधिकारी ग्राउंड लेवल कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
वनांचल के इन क्षेत्रों में जलस्तर गिर रहा गर्मी का सीजन शुरू होने के साथ ही भूजलस्तर में तेजी से गिरावट हो रही है। पीएचई में पेयजल को लेकर रोजाना 8 से 10 शिकायतें मिल रही है। नगरी वनांचल के ग्राम कुहड़ाकोट और दाबगांव में भी भू-जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। इसके आसपास गांव में भी पानी की समस्या शुरू हो गई है। बोर भी अब हांफने लगे हैं। ऐसे में पीएचई विभाग ऐसे गांवों का सर्वे कराकर यहां व्यवस्था बनाने में जुटी है।
पेयजल संकट को दूर करने के लिए सांकरा और घठुला में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाया जाएगा। सोंढूर नदी के पानी को पाइप लाइन के माध्यम से सीधे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक लाया जाएगा। यहां ओवरहेड टंकी में पानी भरकर यही से गांवों में पाइप लाइन के माध्यम से सीधे घरों तक पहुंचाया जाएगा। वर्तमान में समवेल का काम जारी है। सांकरा में करीब 75 हजार और घटुला में करीब 93 हजार मीटर पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
नगरी वनांचल के ग्राम सांकरा और घटुला के 76 गांवों में समूह योजना के तहत पाइप लाइन का विस्तार किया जा रहा है। काम पूरा होते ही इन गांवों में पेयजल की कोई समस्या नहीं होगी। आशा गुप्ता, ईई पीएचई धमतरी