ऑपरेशन सिंदूर के एक हीरो A.N. Pramod का है राजस्थान कनेक्शन, पाकिस्तान की नींद उड़ाने वाले इस अफसर के बारे में जानिए
A.N. Pramod Rajasthan Connection Know : भारत और पाकिस्तान संघर्ष विराम लागू होने के एक दिन बाद रविवार शाम तीनों सेनाओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इन तीनों में एक ऑपरेशन सिंदूर के नायक नौसेना के वाइस एडमिरल एएन प्रमोद का राजस्थान से जबरदस्त कनेक्शन है। जानिए ऑपरेशन सिंदूर के एक अहम हीरो एएन प्रमोद के बारे में।
A.N. Pramod Rajasthan Connection Know : पहलगांव में हुए नरसंहार के बाद भारत सरकार ने आतंकियों पर जबरदस्त कार्रवाई की। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग और युद्ध जैसा माहौल बनाने के नापाक इरादों को भारतीय सेना ने करारा जवाब देकर शांत कर दिया। पाक खुद सीज फायर को तैयार हो गया। इसके बाद भारत और पाकिस्तान संघर्ष विराम लागू होने के एक दिन बाद रविवार शाम तीनों सेनाओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें थल सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नौसेना के वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद और वायुसेना के एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी अहम जानकारियां साझा कीं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के इन तीन हीरो में से एक नौसेना के वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद का राजस्थान से बड़ा कनेक्शन है। जानिए ए.एन. प्रमोद के बारे में।
ए.एन. प्रमोद राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर में 12वीं तक शिक्षा प्राप्त की
नौसेना के वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने धौलपुर स्थित राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में पढ़ाई की है। वाइस एडमिरल प्रमोद बाड़ी रोड स्थित राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर में 1980 से 1986 के बीच पढ़े और यहां से 12वीं कक्षा पास की। वह विद्यालय के उदयभान हाउस के छात्र थे। केरल के त्रिशूर निवासी मेजर जरनल प्रमोद के पिता उस वक्त ग्वालियर में कार्यरत थे। यहां मिलिट्री स्कूल में उनका रोल नम्बर 902 रहा था। मिलिट्री स्कूल के पुराने छात्रों ने जब टीवी और समाचार पत्रों यह जानकारी प्राप्त की तो विद्यालय का प्रशासन और छात्र खुशी से झूम उठे।
15 जनवरी 2024 को ए.एन. प्रमोद ने संभाला था DGNO का पदभार
भारत पाकिस्तान तनाव के बीच ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नौसेना की जिम्मेदारी वाइस एडमिरल एन प्रमोद पर थी। वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने 15 जनवरी 2024 को नौसेना संचालन महानिदेशक (DGNO) का पदभार संभाला था। वे नौसेना अकादमी गोवा के 38वें इंटीग्रेटेड कैडेट कोर्स के पूर्व छात्र हैं। 1 जुलाई 1990 को भारतीय नौसेना में कमीशन हुए थे। यह फ्लैग ऑफिसर ‘कैट ए’ सी किंग एयर ऑपरेशंस ऑफिसर हैं और संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ भी हैं।
उनकी प्रमुख नियुक्तियों में पश्चिमी बेड़े के फ्लीट ऑपरेशंस ऑफिसर, आईएनएस अभय, शार्दूल और सतपुड़ा के कमांडिंग ऑफिसर, राजपूत के कार्यकारी अधिकारी, सुजाता के एससीओ और क्रिपान के जीओ- II शामिल हैं। उन्होंने पोर्ट ब्लेयर स्थित नौसेना वायुसैनिक अड्डे की भी कमान संभाली और डीएसएससी, वेलिंगटन में डायरेक्टिंग स्टाफ के रूप में भी कार्य किया।