Bihar STET 2025: शिक्षक बनने के लिए STET पास करना अनिवार्य
बिहार के कक्षा 9 से 12 तक के स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए STET पास करना अनिवार्य है। परीक्षा समिति ने इससे पहले शिक्षा विभाग से दिशा-निर्देश मांगे थे, जिस पर विभाग ने परीक्षा कराने की मंजूरी दे दी है। विभाग चाहता है कि इस परीक्षा से BPSC की शिक्षक भर्ती (चौथे चरण) के लिए पर्याप्त योग्य अभ्यर्थी मिल सकें। बिहार में एसटीईटी पहली बार 2011 में आयोजित की गई थी। इसके बाद यह परीक्षा 2019 और 2023 में कराई गई थी।
Bihar STET: इन विषयों के लिए होगी परीक्षा
STET Paper 1(माध्यमिक स्तर) के अंतर्गत ये सभी विषय होंगे। जिसमें हिन्दी, उर्दू, बांग्ला, मैथिली, संस्कृत, अंग्रेजी, भोजपुरी, गणित, भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, वाणिज्य, राजनीति विज्ञान, शारीरिक शिक्षा, संगीत, नृत्य, ललित कला और विशेष शिक्षा शामिल है। वहीं STET Paper 2 (उच्च माध्यमिक स्तर) के लिए हिन्दी, उर्दू, बांग्ला, मैथिली, संस्कृत, अंग्रेजी, भोजपुरी, गणित, भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, वाणिज्य, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, गृह विज्ञान, अरबी, फारसी, कंप्यूटर विज्ञान, कृषि और संगीत विषय के परीक्षा होंगे।
STET के लिए ये होनी चाहिए योग्यता मानदंड
चौथी बार आयोजित हो रही एसटीईटी परीक्षा में शामिल होने के लिए कुछ शैक्षणिक और आयु संबंधी मानदंड तय किए गए हैं।
पेपर 1 (कक्षा 9-10 के लिए): अभ्यर्थी को ग्रेजुएशन में न्यूनतम 50% अंक और बीएड अनिवार्य है। वहीं पेपर 2 (कक्षा 11-12 के लिए) अभ्यर्थी को पोस्ट ग्रेजुएशन में कम से कम 50% अंक के साथ बीएड होना आवश्यक है। सामान्य वर्ग के उम्मीदवार को परीक्षा पास करने के लिए न्यूनतम 50% अंक लाना होगा। वहीं एससी, एसटी, पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग और महिला अभ्यर्थी के लिए न्यूनतम 45% अंक तय किया गया है।
STET: जान लें आयु सीमा
आयु सीमा की बात करें तो सामान्य वर्ग के पुरुष के लिए अधिकतम 37 वर्ष और
सामान्य वर्ग की महिलाएं, पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग के लिए 40 वर्ष तय किया गया है। साथ हीअनुसूचित जाति और जनजाति के अभ्यर्थी के लिए 42 वर्ष है।