महिला विकास के लिए सदैव प्रयत्नशील रहती हैं दिव्या रानी
दिव्या महिला विकास के लिए सदैव प्रयत्नशील रहते हुए सतत कार्यक्रमों द्वारा महिलाओं में जागरूकता फैलाती रहती हैं। यूनिवर्सिटी में अध्यापन, अनुसंधान और विस्तार गतिविधियों से आगे बढ़कर उद्यमिता, स्वास्थ्य वकालत, कानूनी न्याय और लैंगिक समानता के क्षेत्र में ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाती हैं। दिव्या के उत्साहवर्धन ने अनेक छात्रों को सफल स्टार्टअप शुरू करने, नवाचार और समानता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया है।उन्होंने अपने छात्रों को ग्रामीण किसानों और उनके स्वास्थ्य संबंधी खतरों, किशोरों को एनीमिया, वित्तीय साक्षरता आदि पर Phd करने के लिए प्रेरित किया।महिलाओं के विकास के लिए इनकी प्रतिबद्धता असाधारण नेतृत्व शैली को इंगित करती है। गोरखपुर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रति उनके समर्पण ने उनमें अच्छे काम की अटूट भावना पैदा की।
गोरखपुर विश्वविद्यालय ने नाटक प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान अर्जित किया
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजभवन, लखनऊ में माननीय कुलाधिपति की अध्यक्षता में आयोजित प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में गोरखपुर विश्वविद्यालय ने नाटक प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान अर्जित कर विश्वविद्यालय के गौरव को बढ़ाया है। इस कार्यक्रम में कुलाधिपति ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया जिसमे कुलपति प्रो पूनम टंडन को उच्च शिक्षा में विशेष योगदान के लिए तथा महिला अध्ययन केंद्र की निदेशक को भी उत्कृष्ट शिक्षण कार्य के लिए प्रदेश स्तर पर कुलाधिपति द्वारा सम्मानित किया गया । माननीय कुलपति ने निदेशक महिला अध्ययन केंद्र को तथा समस्त छात्रों को शुभकामनाएं भी दी। मंच पर छात्र-छात्राओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम की समन्वयक प्रोफेसर दिव्या रानी भी उपस्थित थीं।