नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट की प्लानिंग के अनुसार, ऐसी जगहों पर राहगीरों के लिए जल्द ही फूड कोर्ट और रेस्टोरेंट, शॉपिंग स्टोर के साथ साथ टायलेट सुविधा, पार्किंग, ईवी चार्जिंग स्टेशन और डोरमेट्री बनाई जाएंगी। अभी तक ये सुविधाएं सिर्फ एक्सप्रेस-वे पर ही मिलती हैं, जहां विशेष रूप से ये प्रविधान एनएचएआइ द्वारा किए जाते हैं, लेकिन अब हाइवे किनारे भी ये सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
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ग्वालियर–
शिवपुरी हाइवे पर 86 हजार वर्गफीट जमीन को विकसित कर लीज पर दिया जाएगा। इसके लिए घाटीगांव में जमीन को चिह्नित कर लिया गया है। ग्वालियर के अलावा मध्य प्रदेश में एनएच 52 भोजपुर-समलीकलां हाइवे पर भाटखेड़ी में 2.77 लाख वर्गफीट जमीन चिह्नित की गई है।
राहगीरों को मिलेंगी ये सुविधाएं
दरअसल, अब भी राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे लोगों द्वारा निजी तौर पर ढाबे, छोटे होटल व दुकानों का संचालन किया जाता है। इन राजमार्गों पर टोल प्लाजा के आसपास ही कुछ सुविधाएं मिल पाती है, जबकि नए बने एक्सप्रेस वे पर यात्री सुविधाओं का खास ख्याल रखा जाता है। इसे देखते हुए अब पुराने राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे भी यात्री सुविधाएं बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। खाली पड़ी जमीन को लीज पर देने से सरकार को भी राजस्व प्राप्त होगा। इसके चलते अब यह पहल शुरू की गई है। यह भी पढ़ें- CM मोहन के सामने बोले कैलाश विजयवर्गीय, ‘बहुत सारी इन्वेस्टर समिट होती हैं, कई बार इवेंट बनकर रह जाती हैं..’ इन स्थानों का हुआ चयन
ग्वालियर-शिवपुरी राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर-46 पर घाटीगांव के पास और भोजपुर-समलीकलां राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर- 52 पर भाटखेड़ी में जगह चिह्नित करने के साथ ही पानागढ़-पलसित पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर- 19 पर बुदबुद में, पानागढ़-पलसित पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर- 19 पर रसूलपुर में, वरोरा-वानी महाराष्ट्र राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर- 930 पर शेंबल में जगह चिह्नित की गई है।
क्षेत्रीय कारीगरों को भी मिलेगा बढ़ावा
इस प्रोजेक्ट की सबसे खास बात ये है कि, इसके जरिए क्षेत्रीय कला को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रीय कारीगरों को भी कियोस्क और स्टाल मुहैया कराया जाएगा। ऐसे में इन राष्ट्रीय राजमार्गों से गुजरने वाले लोग क्षेत्र विशेष की कलाकृतियों को खरीद भी सकेंगे।
ग्वालियर-शिवपुरी हाइवे पर प्रक्रिया शुरू
ग्वालियर एनएचएआई मैनेजर प्रशांत मीना के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग पर मौजूद भूमि को लीज पर देने से उसका उपयोग होता है और यात्री सुविधाओं में भी वृद्धि हो जाती है। यही कारण है कि एनएचएआई की सहयोगी संस्था नेशनल हाइवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी द्वारा ग्वालियर-शिवपुरी हाइवे पर घाटीगांव में खाली पड़ी भूमि को लीज पर देने की प्रक्रिया शुरू की है।