अस्थमा को नियंत्रित करने की टिप्स : Asthma Care Tips
विटामिन सी का सेवन करें (Consume Vitamin C) सर्दियों में सांस से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए संतरे, किन्नू, नींबू और मौसमी का सेवन करें। ये फल विटामिन सी का अच्छा स्रोत हैं। इनमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में सहायक होते हैं। विटामिन सी फेफड़ों में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में सहायक होता है, जैसा कि शनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में बताया गया है। यह अस्थमा के हमलों से भी सुरक्षा प्रदान कर सकता है। विटामिन सी की कमी पल्मोनरी डिस्फंक्शन का कारण बन सकती है।
आग सेकने से बचें (avoid making fire) धुंआ, धूल, मिट्टी और प्रदूषण अस्थमा के लक्षणों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वास्तव में, आग जलाने से उत्पन्न धुआं एयरवेज़ में इरिटेंट्स के स्तर को बढ़ा देता है। इसलिए, अलाव से दूर रहना बेहतर है। शरीर को गर्म रखने के लिए अलाव के स्थान पर गर्म कपड़ों का उपयोग करें।
हैंड हाइजीन का रखें ख्याल (take care of hand hygiene) सर्दी और फ्लू के वायरस से बचने के लिए हाथों की सफाई का ध्यान रखना आवश्यक है। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो छाती में कंजेशन हो सकता है। बलगम की अधिकता से सांस लेने में कठिनाई उत्पन्न हो सकती है। अस्थमा और साइनस जैसी समस्याओं के खतरे को कम करने के लिए घर में प्रवेश करने के बाद हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए।
भरपूर पानी पीएं (drink plenty of water) सर्दियों में अधिक तरल पदार्थों का सेवन करने से श्वसन संक्रमण से बचाव संभव है। यह फेफड़ों में जमा बलगम को पतला करने में सहायता करता है, जिससे उसे शरीर से बाहर निकालना सरल हो जाता है। शरीर को गर्म रखने के लिए पौष्टिक और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें। इसके साथ ही, गुनगुने पानी का सेवन गले में बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद कर सकता है।
बाहर नहीं निकले (did not come out) शरीर को गर्म रखने के लिए नाक, मुँह और सिर को ढककर रखना आवश्यक है। इसके अलावा, ठंड और प्रदूषण से बचने के लिए घर के अंदर रहना बेहतर है और तापमान सामान्य होने पर ही बाहर निकलना चाहिए। इससे सीने में होने वाली जकड़न, दर्द और छाती में कंजेशन से बचा जा सकता है।
कैसे प्रभावित करती है सर्दी अस्थमा के मरीजों को
अस्थमा से प्रभावित व्यक्तियों के वायुमार्ग, जिन्हें ब्रोंकियल ट्यूब कहा जाता है, सर्द हवाओं के प्रभाव से सूज जाते हैं। इस सूजन के कारण एयरवेज़ संकुचित हो जाते हैं, जिससे वे पर्याप्त हवा नहीं ले पाते। इसके परिणामस्वरूप, अस्थमा से ग्रस्त लोगों को ठंड के मौसम में सांस लेने में कठिनाई और सीने में जकड़न का अनुभव होता है। ठंड के अलावा, प्रदूषण में वृद्धि भी इस समस्या के लिए एक महत्वपूर्ण ट्रिगर बनता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।