बताया जा रहा है कि डॉ अनुराग श्रीवास्तव की उम्र 64 साल थी। वह रोज की तरह सुबह बैडमिंटन खेलने के लिए सायाजी क्लब गए थे। वहां पर उन्होंने दो राउंड खेले। जिसके बाद उन्हें कुछ अच्छा महसूस नहीं हो रहा था। तो वह कुर्सी पर बैठ गए। इसी दौरान कार्डियक अरेस्ट आया और उनकी मौत हो गई। परिवार ने उनका नेत्रदान करने का फैसला लिया है।
परिवार को दी गई सूचना
बता दें कि, डॉ. अनुराग श्रीवास्तव की पत्नी डायटिशियन हैं। उनके बड़े बेटे ने स्वीडन में स्टार्टअप खोल रखा है। छोटा बेटा भोपाल में डॉक्टर है। परिवार के सभी सदस्यों को सूचना दे दी गई है। बीते महीने की 3 तारीख को दवा व्यापारी अमित चेलावत की बैडमिंटन खेलते वक्त हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इसी दौरान अमित के सीने में दर्द शुरु हो गया। जिसके बाद वह दूसरी तरफ जाकर बैठ गए। कुछ देर बाद ही उन्हें बेहोशी आने लगी। वहां मौजूद उनके दोस्तों ने सीपीआर दिया, तो वह उठकर बैठ गए।
दोस्तों ने तुरंत इलाज के लिए सॉर्बिट्रेट गोली देने चाही तो अमित ने अपने धर्म का हवाला देते हुए गोली लेने से इनकार कर दिया। दरअसल, वह जैन धर्म की परंपरा नवकारसी के अनुसार सुबह 8 बजे के पहले कुछ भी नहीं खा सकते थे। दोस्तों के द्वारा जबरन दवाई दी गई तो दोनों बार मुंह से बाहर निकाल दी। इसके बाद उन्हें दूसरी बार दिल का दौरा आया और उनकी मौत हो गई।