परिणाम से पहले सीईटी की वैधता अवधि घटाई
आपको बता दें कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से पिछले वर्ष आयोजित की गई दोनों स्तर की सीईटी की पात्रता अवधि को लेकर सरकार ने शुक्रवार को बड़ा निर्णय किया है। इसके अनुसार अब तक हो चुकी सीईटी की परीक्षा की वैधता अवधि तीन वर्ष की अपेक्षा केवल एक वर्ष की रहेगी।
जबकि पिछले वर्ष 28 दिसम्बर को सरकार ने कैबिनेट बैठक में सीईटी की पात्रता अवधि एक वर्ष से बढ़ाकर तीन वर्ष कर दी थी। इससे लाखों परीक्षार्थी काफी खुश हुए थे। लेकिन अब दुबारा से पात्रता अवधि एक वर्ष करने से लाखों परीक्षार्थियों में निराशा छा गई है।
साढे तीन माह से परीक्षा परिणाम का इंतजार
12वीं स्तर की सीईटी 2024 की परीक्षा 22, 23, और 24 अक्टूबर को आयोजित की गई थी। वहीं, राजस्थान सीईटी ग्रेजुएट लेवल की परीक्षा 27 और 28 सितंबर 2024 को आयोजित की गई थी। इन दोनों परीक्षाओं में लाखों परीक्षार्थी बैठे थे। ये परीक्षार्थी पिछले साढे तीन माह से परीक्षा परिणाम का इंतजार देख रहे हैं। चालीस प्रतिशत आना अनिवार्य
सीईटी में उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम चालीस प्रतिशत अंक आना अनिवार्य किया गया है। अन्यथा उन्हें अपात्र घोषित कर दिया जाएगा। वहीं अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों को इस मापदंड में 5 प्रतिशत की छूट दी हुई है।