मेरे पिता स्वच्छ राजनीति के प्रतीक थे- वंदना माथुर
शुक्रवार को प्रेस वार्ता में वंदना माथुर ने कहा कि शिवचरण माथुर स्वच्छ राजनीति के लिए जाने जाते थे। वे स्वतंत्रता सेनानी थे और उनकी ईमानदारी व प्रशासनिक क्षमता के कारण जनता ने उन्हें बार-बार अपना प्रतिनिधि चुना। वंदना माथुर ने कहा कि पार्टी के सिद्धांतों और गांधीवादी मूल्यों से ऊपर उन्होंने कभी किसी को तरजीह नहीं दी। मीडिया से बातचीत करते हुए वंदना माथुर ने कहा कि गोपाल शर्मा पहली बार विधायक बने हैं, उन्हें शायद इतिहास की पूरी जानकारी नहीं है। शिवचरण माथुर अब इस दुनिया में नहीं हैं, ऐसे में 35 साल बाद इस तरह के आरोप लगाने का कोई औचित्य नहीं है। इस दौरान पूर्व सीएम की दोहिती विभा माथुर भी उनके साथ मौजूद रहीं।
कांग्रेस ने भी आरोपों को बताया निराधार
बता दें, कांग्रेस पार्टी ने भी इस मामले में अपना रुख स्पष्ट करते हुए बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा के आरोपों को खारिज कर दिया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि किरोड़ी लाल मीणा सम्मानित विधायक और मंत्री हैं, उनके खिलाफ ऐसे निराधार आरोप लगाना गलत है।
क्या कहा था विधायक गोपाल शर्मा ने?
दरअसल, हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान गोपाल शर्मा ने दावा किया था कि शिवचरण माथुर सरकार के समय बीजेपी के दो विधायकों, किरोड़ी लाल मीणा और हरीश शर्मा के एनकाउंटर की योजना थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किरोड़ी लाल मीणा को इतना प्रताड़ित किया कि वह करवट भी नहीं बदल सकते थे। उन्होंने कहा था कि भैरोंसिंह शेखावत की वजह से यह साजिश नाकाम हुई।
किरोड़ी लाल मीणा ने भी दी प्रतिक्रिया
विधायक गोपाल शर्मा के इस दावे पर खुद किरोड़ी लाल मीणा ने भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि गोपाल शर्मा ने सही कहा। कांग्रेस सरकार ने मेरे एनकाउंटर की तैयारी कर ली थी। उस समय मैं महुआ से विधायक था और हरीश शर्मा खानपुर से विधायक थे। हम जनता के मुद्दों पर आंदोलन कर रहे थे, और तभी भैरोंसिंह शेखावत ने हमें इस साजिश की जानकारी दी। उन्होंने डीआईजी सिक्योरिटी को चेतावनी भी दी थी। मैं जल्द ही इस पूरे मामले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।