परिवहन निरीक्षक संघ के अध्यक्ष राजेश चौधरी ने बताया कि डिप्टी सीएम डॉ प्रेमचंद बैरवा से हड़ताल कर रहे परिवहन निरीक्षकों से बात हुई है। आज भी सरकार स्तर पर वार्ता संभव है। अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। जिसके कारण हड़ताल जारी है। लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही सरकार उनकी मांगों को मान लेगी। जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी तब तक परिवहन निरीक्षकों की हड़ताल जारी रहेगी।
कार्य बहिष्कार से करोड़ों का नुकसान.. परिवहन निरीक्षकों की हड़ताल का राजस्व पर खासा असर हो रहा है। परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग राजस्थान का वार्षिक राजस्व लक्ष्य 8000 रुपए करोड़ है। विभाग में 171 फ्लाइंग स्क्वॉड कार्यरत हैं, जिसमें 300 से ज्यादा परिवहन निरीक्षक है। परिवहन विभाग को हड़ताल से हर दिन 15 से 20 करोड़ रुपए का अनुमानित नुकसान हो रहा है। आज हड़ताल का चौथा दिन है। पिछले तीन दिन की बात करे तो करीब 50 से 60 करोड़ के बीच अनुमानित राजस्व नुकसान हो चुका है। अगर हड़ताल लंबी चली तो परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग को एक बड़े वित्तीय घाटे का सामना करना पड़ेगा।
यह था मामला…. एक फरवरी को देर रात में धौलपुर पुलिस ने बरेठा पोस्ट पर तैनात दो परिवहन निरीक्षकों को हिरासत में ले लिया। रात करीब 1:30 बजे दोनों परिवहन निरीक्षक अनिल प्रसाद और शैलेंद्र वर्मा अपनी ड्यूटी कर रहे थे। इस दौरान धौलपुर एसपी सुमित मेहरड़ा मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुलिस टीम को निर्देश दिया कि दोनों परिवहन निरीक्षकों को हिरासत में लिया जाए। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने जबरन दोनों अधिकारियों को गाड़ी में बैठाया और उन्हें थाने ले जाया गया। रातभर पुलिस थाने में दोनों परिवहन निरीक्षकों से पूछताछ की गई। पुलिस ने दोनों अधिकारियों की जांच की तो उनके पास कोई अवैध राशि नहीं मिली। इसके बाद आज सुबह करीब 7 बजे पुलिस ने दोनों परिवहन निरीक्षकों को थाने से रिहा कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस और परिवहन विभाग के बीच तकरार बढ़ गई।