यात्री सुविधाओं की कमी, केवल नाममात्र की बस सेवा
पोकरण में वर्षों पुराना केन्द्रीय बस स्टैंड स्थित है, लेकिन यहां सुविधाओं की कमी है। यात्रियों को केवल एक विश्राम गृह और छोटी प्याऊ उपलब्ध है, जबकि बसों के ठहराव और सफर के दौरान अन्य जरूरी सुविधाएं नदारद हैं। बस स्टैंड से जोधपुर और बाड़मेर के लिए कुछ ही रोडवेज बसें संचालित होती हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में निजी बसों का ही सहारा है। यहां से हर साल लाखों पर्यटक जैसलमेर और बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन के लिए रामदेवरा जाते हैं। बावजूद इसके, यहां एक व्यवस्थित और आधुनिक बस स्टैंड का न होना यात्रियों के लिए बड़ी समस्या बना हुआ है।सरकार ने राशि दी, लेकिन काम अधर में
राज्य सरकार ने पिछले साल बजट में पोकरण बस स्टैंड के विकास के लिए 5 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। इसके अलावा नगरपालिका ने फलसूंड रोड पर 5 बीघा भूमि आरक्षित कर दी थी, ताकि भविष्य में आवश्यकता पडऩे पर वहां बस स्टैंड का विस्तार किया जा सके। हकीकत यह है कि 6 महीने बाद भी काम की शुरुआत तक नहीं हो सकी। स्थिति यह है कि अभी तक यह भी तय नहीं हो पाया है कि कार्य नगरपालिका करवाएगी या राजस्थान शहरी पेयजल, सीवरेज एवं आधारभूत संरचना निगम (रूडसीको)। जिम्मेदार एजेंसी तय न होने के चलते बस स्टैंड का कार्य अब तक कागजों में ही अटका हुआ है।बस स्टैंड के लिए 10 बीघा भूमि की मांग
अगस्त 2024 में राशि स्वीकृत होने के बाद राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने नगरपालिका को पत्र लिखकर बस स्टैंड के लिए 10 बीघा भूमि आरक्षित करने की मांग की। निगम का कहना है कि भविष्य में यहां रोडवेज उपआगार की स्थापना की जा सके, जिससे अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बस स्टैंड का निर्माण संभव हो सके। फिलहाल, 5 बीघा भूमि चिन्हित की गई है, लेकिन 10 बीघा भूमि आवंटन को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है।फैक्ट फाइल:
25 हजार आबादी है पोकरण कस्बे की आबादी 5 करोड़ की राशि स्वीकृत की है सरकार ने 5 बीघा बस स्टैंड के लिए चिन्हित भूमि 10 बीघा रोडवेज उपआगार के लिए मांगी गई भूमिकर रहे कार्यवाही
सरकार ने बजट में कार्य की घोषणा कर राशि स्वीकृत कर दी है। कार्यकारी एजेंसी को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं आए हैं। जैसे ही निर्देश मिलेंगे, कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।- मनीष पुरोहित, अध्यक्ष, नगरपालिका पोकरण