गोपाल अग्रवाल इस दुकान का संचालन करता है। गुरुवार की सुबह लगभग 4 बजे गोपाल अपनी पत्नी भावना को कार में बैठाकर सुबह की सैर के बहाने घर से ले गया। महिला को लेकर गोपाल ढेलवाडीह पुरानी कालोनी दुर्गा पंडाल से लगे मुक्तिधाम में गया। उसने महिला को कार से नीचे उतारा और धक्का देकर गिरा दिया।
CG Murder Case: जानें पूरा मामला…
महिला जमीन पर गिर गई तब गोपाल ने अपनी कार से पेट्रोल निकाला और भावना के उपर डालकर आग के हवाले कर दिया। जान बचाने के लिए महिला दौड़ती रही। वह घटना स्थल से भागकर दुर्गा पंडाल के करीब स्थित
एसईसीएल के ढेलवाडीह कालोनी के पास पहुंची और शरीर में लगी आग को बुझाने के लिए महिला नाले में कूद गई। गुरुवार सुबह महिला नाले में मिली।
उसे निकालकर कटघोरा के सरकारी
अस्पताल भेजा गया। यहां से हायर सेंटर रेफर किया गया। इलाज के दौरान कोरबा मेडिकल कॉलेज हास्पिटल में भावना की मौत हो गई। घटना के बाद भावना का पति गोपाल कार लेकर अपने घर चला गया और उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया।
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने गोपाल की पतासाजी शुरू की। उसके अपने घर में छिपे होने की जानकारी मिली। पुलिस गोपाल के घर पहुंची और काफी समझाइश के बाद गोपाल ने अपना दरवाजा खोला। आरोपी को लेकर
पुलिस कटघोरा थाना पहुंची। आरोपी को पकड़कर जेल भेज दिया।
पुलिस बोली- घटना का कारण घरेलू कलह
इधर पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर घटना का कारण घरेलू कलह बताया है। हालांकि यह भी सामने आ रही है कि गोपाल बात-बात में उग्र हो जाता था और लोगों से झगड़ा करता था। कुछ लोगों का कहना है कि गोपाल मानसिक तौर पर भी कमजोर है। दूसरी पत्नी थी भावना
गोपाल अग्रवाल की पहली पत्नी की मौत हो चुकी है। उसने भावना बरेठ नाम की महिला से दूसरा विवाह रचाया था। दंपत्ति की कोई संतान नहीं है। घर में गोपाल अपनी पत्नी के अलावा
माता-पिता के साथ रहता है। घटना को लेकर गोपाल के माता-पिता को भी बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है। माता-पिता ने प्रारंभिक तौर पर बताया है कि जब वे नींद में थे तभी गोपाल अपनी पत्नी के साथ घर से निकल गया होगा। उन्हें इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं है।
जान बचाने महिला ने कालोनी में मकानों का दरवाजा खटखटाया
अपुष्ट खबरों के अनुसार शरीर में आग लगने पर महिला जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रही थी। उसने एसईसीएल की कालोनी में रहने वाले एक-दो मकानों को भी बाहर से खटखटाया लेकिन उसे मदद नहीं मिली।