पुलिस ने बताया कि पांचड़ा की झोपड़ियां निवासी खेमचंद ने दर्ज करवाई रिपोर्ट में बताया कि उसकी मां भूली बाई शनिवार सुबह फैक्ट्री के नजदीक से गुजर रही थी। इसी दौरान अमोनिया गैस रिसाव के असर से उनकी तबीयत बिगड़ गई। पुलिस ने फैक्ट्री प्रबंधन के अजय टाइल, विकास माथुर, यूके माथुर सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ जनजीवन को खतरे में डालने के मामले में नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटनास्थल की 48 घंटे तक होगी मॉनिटरिंग
मामले में घटनास्थल की 48 घंटे तक मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके लिए वहां अधिकारी व सुरक्षाकर्मी तैनात है। मामले में प्रदूषण विभाग की जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जानी है। वहीं गैस से प्रभावितों को भी अस्पताल में 48 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं।
फैक्ट्री के खिलाफ जांच के आदेश
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि गैस रिसाव के मामले में प्रभावित हुए 9 बच्चे कोटा के सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं। गैस प्रभावित को 48 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखा जाता है, इसलिए बच्चों को वहां देखभाल की जा रही है। फैक्ट्री के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।