कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के पास नया ‘हाई-फाई वाई-फाई कोटा’ बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। राज्य बजट में एयरपोर्ट के पास एरो सिटी बनाने की घोषणा की गई है। पर्यटन विकास के लिए एयरपोर्ट के पास नए प्रस्तावित मास्टर प्लान के तहत सुनियोजित तरीके से आधुनिक शहर बनाया जाएगा। जहां सितारा होटलें और अत्याधुनिक ऑफिस भी होंगे।
कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट शंभुपुरा में बनाया जा रहा है। इसके पहले चरण के कार्यों के लिए हाल में टेण्डर जारी कर दिए हैं। एयरपोर्ट का अप्रेल माह में भूमि पूजन किया जाना प्रस्तावित है। एरो सिटी केन्द्र और राज्य सरकार का संयुक्त प्रोजेक्ट होगा। देश में अभी जहां भी नए एयरपोर्ट बने हैं, वहां एरो सिटी का नया कॉन्सेप्ट लाया गया है। पर्यटन और सेमिनार-कॉन्फ्रेंस के लिए कोटा आने वाले लोगों को यहां सभी सुविधाएं मिलेंगी।
क्या है एरोसिटी
एरोसिटी का अर्थ ऐसा ‘कॉम्पेक्ट स्मार्ट शहर’ है, जहां लोगों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलें। इस स्मार्ट सिटी में मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी, खुला ग्रीन स्पेस, होटल, क्लब, रेस्तरां, मीटिंग हॉल, दफ्तर समेत कई सुविधाएं होती हैं। इसमें कन्वेंशन और एग्जीबिशन सेंटर और कॉन्फ्रेंस हॉल भी होते हैं। यहां बड़े सम्मेलन, ट्रेड शो और सेमिनार-कॉन्फ्रेंस किए जा सकते है।
कोचिंग छात्रों के मोटिवेशन के लिए युवा साथी केन्द्र
कोचिंग सिटी में विद्यार्थियों में पढ़ाई व प्रतिस्पर्धा के कारण होने वाले तनाव व आत्महत्या की प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए युवा साथी केन्द्र स्थापित किया जाएगा। यह केन्द्र कोचिंग स्टूडेंट्स के लिए गाइड का काम करेगा। कोटा में बेहतर खुशनुमा शैक्षणिक माहौल बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से लगातर सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सरकार ने यह केन्द्र खोला है। ये नहीं मिला
आईटी सेक्टर से जुड़े उद्यमियों को
आईटी पार्क (प्रौद्योगिकी पार्क) की घोषणा की आस थी। कोटा में आईटी इण्डस्ट्रीज के हिसाब से इन्फ्रास्ट्रक्चर भी उपलब्ध है। विधायकों ने भी इस बारे में सरकार को सुझाव भेजा था, लेकिन निराशा ही हाथ लगी है।
डीसीएम रोड पर नई धानमंडी में थोक फल-सब्जी मंडी को शिफ्ट करने की घोषणा की उम्मीद थी। शहर के बीच फल-सब्जी मंडी होने के कारण आए दिन जाम की समस्या रहती है। लाडपुरा विस क्षेत्र में रायपुरा चौराहे पर फ्लाईओवर की घोषणा की संभावना थी। रायपुरा चौराहा सबसे व्यस्ततम चौराहा हो गया है। सांगोद, कैथून से बड़ी संख्या में लोग रोजाना यहां से गुजरते हैं। साथ ही देवली अरब और भामाशाहमंडी में जाने का यह प्रमुख मार्ग है।
कोटा को पर्यटन सिटी बनाने के लिए विशेष पैकेज देने और पर्यटन स्थलों के विकास और जीर्णोंद्धार के लिए बजट घोषणा की उम्मीद थी। कोटावासी कोचिंग के बाद पर्यटन को दूसरे विकल्प के रूप में देख रहे हैं। पर्यटन की यहां विपुल संभावनाएं भी हैं।