हाल ही में चेचट निवासी युवराज कुशवाह, बड़ोदियाकलां के परमानंद लोधा एवं रीछी निवासी महेश कुमार अहीर के फास्टैग से तीमारवानी टोल प्लाजा पर 600-600 रुपए कट गए। उसके बाद भी महेश के फास्टैग से 475 रुपए फिर काट लिए। यह टोल मध्यप्रदेश सीमा में एक्सप्रेस-वे पर स्थित है। दोनों का कहना है कि उनकी गाड़ियां वहां पहुंची ही नहीं, फिर भी पैसे कट गए।
सालेड़ाखुर्द के सरपंच प्रतिनिधि जसवंत मीणा ने बताया कि उनके फास्टैग से दो बार नीमथूर टोल पर बैलेंस कटने का मैसेज आया। वहीं हिमांशु लक्ष्कार के फोन पर बीडमंडी सुकेत टोल से 120 रुपए कटने का मैसेज आया। महेश ने बताया कि टोल कटने की जब चेचट स्थित एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा का कार्मिकों से बात की गई तो कार्मिको ने संतोषप्रद जवाब नहीं दिया।
बिना निकले टोल कट गया तो दें शिकायत
एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर संदीप अग्रवाल ने कहा कि टोल पर गलती से नंबर डाल दिए जाने से ऐसा हो सकता है। 1033 टोल फ्री नंबर पर शिकायत कर सकते हैं। हर टोल मैनेजर को एसयूजी नंबर दिए गए हैं। यदि किसी वाहन चालक के खाते से बिना टोल बूथ पार किए बैलेंस कट गया हो तो नजदीकी एनएचएआई टोल प्लाजा पर जाकर मैनेजर से संपर्क करें। रिकॉर्ड चैक कर बैलेंस रिफंड कर दिया जाएगा। सरकार के नए नियमों के तहत सभी गाड़ियों को यूनिट दिए जाएंगे, जिससे सैटेलाइट के जरिए शुल्क वसूली होगी।