श्रृंगार और भोग: हनुमान जी को छप्पन प्रकार के मीठे व्यंजनों का भोग अर्पित किया गया, जिसमें गुड़ की खीर और 21 किलो का लड्डू प्रमुख थे। भंडारे में समोसा, छोला, खस्ता, इमरती, केवड़े जल, शरबत और आम का पना वितरित किया गया। बच्चों को टॉफी और आइसक्रीम भी दी गई।
महाआरती और शनि जयंती: रात्रि में मुख्य सेवादास डॉ. विवेक तांगड़ी द्वारा हनुमान जी की भव्य महाआरती की गई। शनि जयंती के अवसर पर काले उड़द की खिचड़ी का भोग लगाकर शनिदेव का श्रृंगार भी किया गया।
भक्तों की उपस्थिति: इस अवसर पर ट्रस्ट के सेवादार डॉ. पंकज सिंह भदोरिया, रिद्धि किशोर गौड़, आशीष अग्रवाल, लवलीन खोसला, अखिलेश कुमार, जगदीश श्रीवास्तव, अलकेश सोती, राहुल मल्होत्रा, सुरेंद्र, अजय मेहरोत्रा, राजेश आनंद, प्रहलाद अग्रवाल सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे।
बड़ा मंगल का महत्व: बड़ा मंगल, जिसे बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है, लखनऊ का एक विशेष त्योहार है जो ज्येष्ठ माह के प्रत्येक मंगलवार को मनाया जाता है। यह त्योहार लगभग 400 वर्षों से मनाया जा रहा है और इसकी शुरुआत नवाब वाजिद अली शाह के शासनकाल में हुई थी। इस दिन हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और भंडारे आयोजित किए जाते हैं, जिसमें सभी समुदायों के लोग भाग लेते हैं।