दो बहनों पर टूटा दुखों का पहाड़
एक ही घर में खेल कर बड़ी हुई दोनों बहनों के सर पर दुखों का पहाड़ टूट गया। ये खबर सुनने के बाद दोनों बहनें बदहवास हैं। मंजू और अर्चना की चीखें सुनकर पूरा गांव सिहर उठा। वहां मौजूद सारे लोगों के आंखों में आंसू आ गए। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि दोनों को किस बात की सांत्वना देकर शांत करवाया जाए। दोनों पत्नी अपने पति के मौत के बाद फूट-फूट कर विलाप कर रही थीं। मंजू की शादी दयानंद शाक्य निवासी गांव बेंगाई और बहन अर्चना की शादी गांव चिरैयापुर कनिकपुर बरनाहल निवासी सुमित कुमार के साथ हुई थी। एक साथ किया गया अंतिम संस्कार
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार सड़क हादसे में जान गंवाने वाले दोनों युवक रोडवेज में संविदा पर तैनात थे। बरेली डिपो में सुमित चालक और दयानंद परिचालक था। दोनों छुट्टी पर अपने घर आए थे। बुधवार को दोनों लोग एक साथ बाइक से दवाई लेने बाजार गए थे। गिरने के बाद दोनों के सर पर गंभीर चोटें लगी जिसके कारण मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गुरुवार को पोस्टमार्टम करवाने के बाद दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।